रुस। भारत के द्वारा पीओके में किए गए सर्जिकल स्ट्राइक के बाद पाकिस्तान काफी तिलमिलाया हुआ है और वो इस मामले को संभालने के लिए पूरी कोशिश भी कर रहा है, तो वहीं पाकिस्तान को रुस ने एक और बड़ा झटका दिया है। उरी आतंकी हमले के बाद पाकिस्तान और रुस एक साथ सैन्याभ्यास कर रहें हैं लेकिन साथ में सैन्यअभ्यास करने वाले रुस ने ही पाकिस्तान को आतंकवाद को लेकर करारा जवाब देते हुए हाल ही में भारत द्वारा किए गए सर्जिकल स्ट्राइक का खुलकर समर्थन किया है।
भारत में रुस के राजदूत अलेक्जेंडर एम. कदाकिन ने सर्जिकल स्ट्राइक के बारे में सोमवार को कहा सबसे बड़ा मानवाधिकार उल्लंघन तब होता है जब आतंकवादी भारत में सैन्य प्रतिष्ठानों पर हमले करते हैं और शांतिपूर्ण नागरिकों पर हमले करते हैं। हम भारत द्वारा किए गए सर्जिकल स्ट्राइक का स्वागत करते हैं, प्रत्येक देश को अपनी रक्षा करने का अधिकार है। इसके साथ ही कदाकिन ने कहा कि भारत को रूस-पकिस्तान के संयुक्त सैन्य अभ्यास से चिंतित होने की जरूरत नहीं है क्योंकि ये सैन्य अभ्यास पीओके क्षेत्र में नहीं हुआ है।
गौरतलब है कि रूस संयुक्त राष्ट्र की सुरक्षा परिषद के स्थायी देशों में पहला देश है जिसने भारत के इस कदम का सार्वजनिक रूप से समर्थन किया है। सैन्य अभ्यास करने से पहले रुस ने भारत को भरोसा दिलाते हुए एक बयान जारी भी किया था जिसमें कहा था कि इस अभ्यास से भारत को चिंता करने की जरुरत नहीं है। ये अभ्यास किसी विवादित क्षेत्र में नहीं होगा। इस अभ्यास को फ्रेंडशिप 2016 का नाम दिया गया है जो कि 24 सितंबर से 10 अक्टूबर तक चलेगा।
वहीं कल ऐसी खबरे भी सामने आ रही थी कि भारत-पाक सीमा पर बढ़ रहे तनाव को लेकर दोनों देशों के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहाकारों ने फोन पर बात की और इसे कम करने की कोशिशों के बारे में चर्चा की जिसका जानकारी पाकिस्तान के विदेश सलाहकार सरताज अजीज ने दी थी। हालांकि इस बातचीत के बारे में भारत की तरफ से आधिकारिक तौर पर पुष्टि नहीं की गई है।