रूस- यूक्रेन के बीच लगातार तनाव पूर्ण माहौल (Russia-Ukraine Crisis) के बाद अब दोनों देशों के बीच युद्ध के हालात काफी करीब पहुंच चुके हैं। आशंका जताई जा रही है कि कभी भी रूस की तरफ से यूक्रेन पर हमला किया जा सकता है। इसी बीच खबर सामने आई है कि यूक्रेन की संसद में देशव्यापी आपातकाल की घोषणा कर दी गई है। आपको बता दें इससे पहले अमेरिका ने यूक्रेन को चेतावनी दी थी। वहीं रूस की ओर से 48 घंटे में यूक्रेन के ऊपर बड़े पैमाने पर हमले किए जा सकते हैं। अमेरिकी अधिकारियों का कहना है कि यूक्रेन के आसपास मौजूद रूस के करीब 80% सेना हमले के लिए तैयार खड़ी है। यानी रूस का इशारा मिलते ही सेना यूक्रेन पर टूट पड़ेगी।
रूसी राष्ट्रपति ने यूक्रेन के खिलाफ सैन्य अभियान का किया ऐलान
रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने यूक्रेन के खिलाफ सैन्य अभियान का ऐलान कर दिया है। उन्होंने कहा है कि युद्ध टाला नहीं जा सकता। अंतरराष्ट्रीय न्यूज़ एजेंसी के मुताबिक रूस के राष्ट्रपति ने आदेश जारी कर दिया है। कि यूक्रेन अगर पीछे नहीं हटता है तो जंग शुरु कर दी जाए। साथ ही रूसी राष्ट्रपति ने यूक्रेन को धमकी देते हुए कहा है कि जल्द से जल्द हथियार डाल दे, नहीं तो युद्ध नहीं कर सकता।
संयुक्त राष्ट्र महासचिव ने क्या कहा
रूस और यूक्रेन के हालातों को लेकर संयुक्त राष्ट्र महासचिव ने कहा कि रूस द्वारा एक ऑपरेशन तैयार कर लिया गया है ऐसे में रूसी राष्ट्रपति को अपने सैनिकों को स्क्रीन पर हमला करने से रोकने और शांति का एक और मौका देना चाहिए।
संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की पहली बैठक
पूर्व यूक्रेन के 2 शहर डोनेत्स्क और लुहांस्क को रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन स्वतंत्र क्षेत्र घोषित कर दिया है। रूसी राष्ट्रपति के इस फैसले पर यूएन महासचिव एंटोनिया गुतेरस इसे संयुक्त राष्ट्र चार्टर का उल्लंघन बताया है। रूस का यह फैसला काफी चिंताजनक है। साथ ही रूस के इस फैसले से यूक्रेन की क्षेत्रीय अखंडता संप्रभुता का हनन भी हुआ है।
भारत ने क्या कहा
यूक्रेन की यूएनएससी की बैठक में संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में भारत के स्थाई प्रतिनिधि टी.एस तिरुमूर्ति ने भारत का पक्ष रखते हुए कहा कि “हम सभी पक्षों पर संयम बरतने का आवाहन करते हैं हमें विश्वास है कि इस मुद्दे को लेकर बातचीत से हल निकाला जा सकता है नागरिकों की सुरक्षा अति आवश्यक है। 20,000 से अधिक भारतीय छात्र एवं नागरिक यूक्रेन के विभिन्न हिस्सों व सीमावर्ती क्षेत्रों में रहते और पढ़ते हैं। भारतीयों की रक्षा हमारी प्राथमिकता है रूस के साथ यूक्रेन की सीमा पर बढ़ते तनाव गहरी चिंता का विषय है। इन घटनाक्रमों में क्षेत्र की शांति व सुरक्षा को कमजोर करने की काफी प्रबल क्षमता है।”
सुरक्षा परिषद की दूसरी आपातकालीन बैठक शुरू
वही यूक्रेन संकट पर चर्चा के लिए संयुक्त राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद की आज एक बार फिर से आपातकालीन बैठक हो रही है। भारतीय समय अनुसार गुरुवार सुबह 8:00 बजे यह बैठक शुरू हो गई है।