संयुक्त राष्ट्र में रूस के राजदूत वासिली नेबेंजिया ने 30 जून को संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में ईरान के खिलाफ अमेरिका के द्वार अपनाई जा रही नीतियों पर सवाल उठाये।रूस के राजदूत नेबेन्जिया ने अमेरिका में मारे गये जॉर्ज फ्लॉयड की हत्या पर पूरे अमेरिका को घरते हुए विरोध प्रदर्शनों का जिम्मेदार ठहराया है। रूस ने ये मुद्दा तब उठाया जब सुरक्षा परिषद संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस की एक रिपोर्ट पर चर्चा करने के लिए 30 जून को बैठक कर रहा था। इस बैठक में यूएन ने कहा कि,पिछले साल सऊदी अरब में तेल सुविधाओं और अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर हमला करने वाली क्रूज मिसाइल कथित तौर पर “ईरानी मूल” थीं।
वासिली नेबेंजिया का बयान अमेरिका के बयान के बाद आया है। जिसमें अमेरिका ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में एक मसौदा प्रस्ताव पेश किया, जो अक्टूबर के मध्य में समाप्त होने से पहले ईरान पर हथियारों का विस्तार करेगा।
मंगलवार को वर्चुअल सिक्योरिटी काउंसिल की बैठक में अमेरिकी विदेश मंत्री माइक पोम्पिओ ने राज्यों के सदस्यों के विस्तार का समर्थन करने के लिए दबाव डाला है।
#Небензя: 🇷🇺сохраняет полную приверженность выполнению обязательств по резолюции #СБООН 2231 и #СВПД. Призываем государства-члены предпринять все усилия, чтобы сохранить СВПД. Вместе с другими ответственными членами 🌍сообщества не пожалеем сил, чтоб вернуть ситуацию под контроль pic.twitter.com/8LqgfwwVKU
— Russian Mission UN (@RussiaUN) July 1, 2020
अमेरिका ने पहले ही चेतावनी दी है कि अगर वह अपने कदम के लिए समर्थन हासिल करने में विफल रहता है, तो वह सुरक्षा परिषद में, ईरान परमाणु समझौते के तहत तेहरान पर संयुक्त राष्ट्र के सभी प्रतिबंधों को वापस ले लेगा।वीटो शक्ति रखने वाले रूस और चीन पहले ही अमेरिका के इस कदम के विरोध में आवाज उठा चुके हैं।
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अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के प्रशासन ने लंबे समय से ईरान पर हथियार रखने के खिलाफ बयान दिया है।जो तेहरान के 2015 के परमाणु समझौते के तहत अक्टूबर के मध्य में समाप्त होना है।
सौजन्य स्पूतनिक