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मिल गई कोरोना वैक्सीन! रूस का दावा उनकी दवा 92% प्रभावी

corona मिल गई कोरोना वैक्सीन! रूस का दावा उनकी दवा 92% प्रभावी

कोरोना वायरस की वैक्सीन तैयार करने के लिए वैज्ञानिक लगातार प्रयास कर रहे हैं. रूस के गमालेया राष्ट्रीय महामारी विज्ञान एवं सूक्ष्मजीव अनुसंधान संस्थान द्वारा तैयार किये जा रहे कोविड-19 का ‘स्पूतनिक-5’ (Sputnik V) नामक टीका परीक्षण में 92 प्रतिशत तक प्रभावी पाया गया है.
रूस में हो रहे सबसे ज्यादा रेंडमाइज्ड प्लेसिबो नियंत्रित तीसरे चरण के ट्रायल से हासिल पहले अंतरिम आंकड़ों के आधार पर ये दावा किया जा रहा है.
गमालेया और रूसी प्रत्यक्ष निवेश फंड (आरडीआईएफ) की ओर से कहा गया है कि इस ट्रायल में 40,000 स्वयंसेवकों ने भाग लिया. ट्रायल में 16,000 से अधिक स्वयंसेवियों पर टीके के प्रभाव का अध्ययन किया गया जिन्हें पहला इंजेक्शन दिए जाने के 21 दिन बाद टीका या प्लेसिबो दिया गया.
कोरोना वायरस के 20 मामलों के विश्लेषण के नतीजे में पता चला कि दूसरी खुराक दिए जाने बाद स्पूतनिक-5 टीका 92 प्रतिशत तक असरदार है. सितंबर 2020 में डॉ रेड्डडीज और आरडीआईएफ ने स्पूतनिक-5 टीके के क्लिनिकल ट्रायल और भारत में इसके वितरण के लिए समझौता किया था. समझौते के तहत आरडीआईएफ, टीके की एक हजार करोड़ खुराक डॉ रेड्डीज को उपलब्ध कराएगा.
गौरतलब है कि पिछले दिनों अग्रणी दवा कंपनी फाइजर ने कहा कि उसके टीका के विश्लेषण से पता चला है कि ये कोविड-19 को रोकने में 90 प्रतिशत तक कारगर हो सकता है. इससे संकेत मिलता है, टीके को लेकर कंपनी का परीक्षण सही चल रहा है और वो अमेरिकी नियामक के पास इस संबंध में एक आवेदन दाखिल कर सकती है.

कोविड-19 की वैक्सीन को मंजूरी देने वाला दुनिया का पहला देश
रूस 11 अगस्त को कोविड-19 की वैक्सीन को मंजूरी देने वाला दुनिया का पहला देश बन गया था. ये वैक्सीन अगले साल एक जनवरी से आम लोगों के लिए उपलब्ध होगी. रूस के गैमेलिया रिसर्च इंस्टीट्यूट और रक्षा मंत्रालय द्वारा संयुक्त रूप से विकसित ‘स्पूतनिक-5’ के नाम से जानी जाने वाली कोरोना वैक्सीन सबसे पहले कोरोना संक्रमितों के इलाज में जुटे स्वास्थ्य कर्मियों को दी गई. इस वैक्सीन का उत्पादन संयुक्त रूप से रूसी प्रत्यक्ष निवेश कोष (आरडीआईएफ) द्वारा किया जा रहा है.
बता दें कि भारत ने रूस की कोरोना वैक्सीन Sputnik-V का बड़े पैमाने पर स्टडी और ट्रायल किजा रहा है. सेंट्रल ड्रग्स स्टैंडर्ड कंट्रोल ऑर्गेनाइजेशन (CDSCO) ने डॉ रेड्डी लेबोरेटरीज लिमिटेड ने देश में रूसी वैक्सीन का असर जानने के लिए बड़े पैमाने पर ट्रायल के प्रस्ताव को स्वीकार कर लिया है.

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