दौसा। राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने घूंघट मुक्त प्रदेश बनाने का सपना संजो रखा है। इसके लिए सीएम ने प्रदेश वासियों से खासतौर पर ग्रामीण महिलाओं से अनेक बार अपील भी की है। सीएम गहलोत ग्रामीण महिलाओं से घूंघट मुक्त प्रदेश बनाने में सहयोग करने की बात कई बार कर चुके हैं। बावजूद इन सबके बीच आज जब प्रदेश में ग्रामीण सरकार चुनी जा रही थी, तब अधिकतर ग्रामीण महिलाएं घूंघट में ही नजर आईं। कम उम्र की अधिकतर महिलाएं घूंघट में थी। वहीं अधिक उम्र की महिलाओं ने भी पर्दा कर रखा था।
हालांकि घूंघट के खिलाफ शुरू हुई मुहिम का धरातल पर कुछ असर देखने को जरूर मिला है, लेकिन मुख्यमंत्री की इस मुहिम का व्यापक स्तर पर असर नहीं देखने को मिल रहा है। बहरहाल, आज ग्रामीण सरकार चुनने के दौरान महिलाओं से बातचीत में लक्ष्मी नामक एक महिला मतदाता ने कहा कि वह अपने बड़ों के सम्मान के लिए ये पर्दा करती हैं। हालांकि उन्होंने मुख्यमंत्री की मुहिम की प्रशंसा भी की और कहा कि वे मुख्यमंत्री की बात जरूर मानेंगी, लेकिन बड़ों का सम्मान भी जरूर करेंगी।
वहीं राजस्थान को सीएम अशोक गहलोत घूंघट मुफ्त प्रदेश बनाना चाहते हैं। फिर भी महिलाए अपनी दलीलों के साथ घूंघट की आड़ में गांव की सरकार चुनने मतदान केंद्र पर पहुंची। ऐसे में कब तक प्रदेश घूंघट मुक्त प्रदेश का सपना पूरा होगा ये देखने वाली होगी। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत अपने स्तर पर सभी महिलाओं से घूंघट मुक्त प्रदेश बनाने की अपील कर चुके हैं।