तुर्कमेनिस्तान। हर देश की अपनी एक खास चींज होती है। जिसके द्वारा वह प्रसिद्ध होता है। आज हम एक ऐसे ही देश के बारे में बताने जा रहे हैं। इस देश का नाम तुर्कमेनिस्तान है और यहां के शासक गुरबांगुली बेर्दयमुखमेदोव हैं। उन्हें मूर्तियां लगवाने का बहुत शौक है। प्रत्येक देश का मूर्तियों को लेकर अपना अलग नजरिया है। भारत के साथ—साथ पूरे विश्व के लोग अपनी पसंंद के अनुसार अपने राज्यों में मूर्तियां लगवाते हैं। ऐसा ही मूर्ति लगवाने का मामला हाल ही में तुर्कमेनिस्तान से आया है, जहां के शासक ने अपने पसंदीदा कुत्ते की करीब 50 फुट ऊंची मूर्ति बनवाई है।
मूर्ति पर 24 कैरेट सोने की परत भी चढ़ाई गई-
बता दें कि भारत के साथ-साथ पूरे विश्व के लोग अपनी-अपनी पसंद के मुताबिक मूर्तियां लगवाते हैं, फिर चाहे वो किसी अपने का ही क्यों ना हो. ऐसा ही एक मामला इन दिनों चर्चा का विषय बना हुआ है. दरअसल, ये मामला तुर्कमेनिस्तान के शासक से जुड़ा है जिसने अपने पसंदीदा कुत्ते की करीब 50 फुट ऊंची मूर्ति बनवाई है. 2007 से देश की सत्ता संभल रहे गुरबांगुली बेर्दयमुखमेदोव ने बीते बुधवार को अलबी प्रजाति के इस कुत्ते की विशाल मूर्ति का अनावरण किया. इस मूर्ति को तुर्कमेनिस्तान की राजधानी अश्गाबात के नए इलाके में स्थापित किया गया है. सरकार के मुताबिक, यह मूर्ति कांसे की बनाई गई है. वहीं, इसपर 24 कैरेट सोने की परत भी चढ़ाई गई है. बात करें मूर्ति की ऊंचाई की तो इसकी ऊंचाई 20 फुट की है. अश्गाबात नामक इलाके में कुत्ते की इस मूर्ति को स्थापित किया गया है. सरकार के अधिकारियों के रहने की व्यवस्था भी यहीं की गई है. इस जगह पर हर तरह की सुख-सुविधाएं मौजूद हैं.
देश की जनता गरीबी में जीने को मजबूर-
इस देश की जनता गरीबी में जीने को मजबूर हैं. जहां एक तरफ यहां का शासक सोने की मूर्ति लगवा रहा है तो वहीं यहां की जनता बेहद गरीबी में जी रही है. इस देश की अर्थव्यवस्था तेल और प्राकृतिक गैस की वजह से तेजी से बढ़ रही है लेकिन इसका सीधा फायदा सिर्फ पूंजीपतियों को ही हो रहा है. बता दें कि इससे पहले साल 2015 में इसी सत्ताधारी ने अपनी ही सोने की मूर्ति बनवाई थी और जनता को सबसे ताकतवर होने के सुबूत दिए थे.