प्रयागराज: प्रयागराज माघ मेला क्षेत्र स्थित विहिप (विश्व हिंदू परिषद) के शिविर में आयोजित गंगा समग्र कार्यकर्ता संगम में आरएसएस (राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ) चीफ मोहन भागवत ने हिस्सा लिया। इस दौरान उन्होंने गंगा के निर्मल और अविरल होकर रहने का दावा किया।
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संघ के सरसंघचालक ने लोगों को संबोधित करते हुए कहा, ‘गंगा की निर्मलता के लिए जागरुकता की आवश्यकता है। इसके लिए लोगों में भक्तिभाव जागृत करने के लिए गंगा आरती होनी चाहिए। लोगों में गंगा के प्रति भक्ति भाव आरती के माध्यम से आएगा, इसलिए गंगा किनारे के गांव में आरती अनिवार्य रूप से कराई जाए। इसके लिए हमें भगीरथ जैसा प्रयत्न करना होगा और वह भी धैर्य पूर्वक होकर।’
Prayagraj: RSS Chief Mohan Bhgwat at 'Ganga Samagra' event, over the conservation of river Ganga. Uma Bharti also present at the event. pic.twitter.com/0WlokJJ49j
— ANI UP (@ANINewsUP) February 20, 2021
दिया राम मंदिर का उदाहरण
उन्होंने कहा, ‘जब भक्तिभाव जाग्रत होगा तो मन में यह भाव भी आएगा कि काम होगा और होकर रहेगा। ठीक उसी प्रकार, जिस प्रकार से भगवान श्रीराम का मंदिर बनने को लेकर यह नहीं स्पष्ट था कि कब बनेगा, लेकिन मन में ये दृढ़ निश्चय जरूर था कि यह काम होकर रहेगा।’
मोहन भागवत ने गंगा समग्र द्वारा किए जा रहे कामों की भी सराहना की। हालांकि, इस दौरान उन्होंने ये भी कहा कि अभी भी बहुत कुछ करने की आवश्यकता है। इससे पहले आरएसएस चीफ ने प्रात:कालीन सत्र में विभिन्न राज्यों से आए पदाधिकारियों से उनके कार्यों का विवरण सुना।
गंगा समग्र आयोजन में शामिल हुए 84 जिलों के कार्यकर्ता
इस आयोजन में देश भर के 84 जिलों के कार्यकर्ता शामिल हुए। सभी प्रमुख कार्यकर्ताओं ने बारी-बारी से संघ प्रमुख के सामने अपने सुझाव पेश किए। इस समागम कार्यक्रम में आरएसएस चीफ भागवत के साथ संघ के सरकार्यवाहक डॉ. कृष्ण गोपाल और पूर्व केंद्रीय मंत्री उमा भारती भी मौजूद रहीं।
कल पहुंचे थे प्रयागराज
आरएसएस चीफ मोहन भागवत दो दिवसीय प्रयागराज दौरे पर शुक्रवार को पहुंचे थे। कल उन्होंने संगम तट पर मां गंगा की पूजा-अर्चना और दुग्धाभिषेक कर उनकी आरती की थी। संघ के सरसंघचालक की पूजा-अर्चना वैदिक मंत्रोच्चार के बीच वैदिक ब्राह्मणों ने संपन्न कराई थी।