पुलवामा में हुए आतंकी हमले के बाद पूरा देश जहा शोक की लहर में डूबा है वही उत्तराखंड के रुड़की में एक निजी विश्वविद्यालय द्वारा 7 कश्मीरी छात्र-छात्राओं को निलंबित करने का मामला सामने आया है. दरअसल पूरा मामला हरिद्वार के भगवानपुर थाना क्षेत्र का है जहा विश्वविद्यालय में पढ़ने वाले कश्मीरी युवकों पर हिंदुवादी संगठनों ने पाकिस्तान और आतंकवादियों के समर्थन में नारेबाजी का आरोप लगाया था.जिसके बाद कुछ छात्र संगठनों ने कार्रवाई की मांग को लेकर कैंपस में जमकर हंगामा किया.
रूरकी के विश्वविद्यालय के मीडिया सेल ने जानकारी देते हुए बताया कि पुलवामा में हुए आतंकी हमले के बाद कथित तौर पर पाकिस्तान और आतंकवादियों के समर्थन में नारेबाजी करने के आरोपी छात्र-छात्राओं को कॉलेज प्रशासन ने तुरंत कार्यवाही करते हुए निलंबित कर दिया है.
आपको बता दें कि 14 फरवरी को कश्मीर के पुलवामा में सीआरपीएफ के काफिले पर आतंकवादियों ने आत्मघाती हमला किया था. इस हमले में 40 जवान शहीद हो गए थे. एक तरफ जहा पूरा देश शोक में डूबा था वही इस दुखद घटना के बाद कुछ कश्मीरी छात्रों पर आतंकी घटना की सराहना करने और जश्न मनाने का आरोप लगा था. इसके बाद कई कथित हिंदूवादी संगठनों ने कश्मीरी छात्रों को प्रदेश से निकालने की मांग की थी.
दरअसल जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में सोमवार को जैश-ए-मोहम्मद के 3 आतंकी मारे गए। सेना के सूत्रों ने बताया कि पुलवामा में 14 फरवरी को हुए फिदायीन हमले का मास्टरमाइंड कामरान उर्फ राशिद गाजी, स्थानीय जैश आतंकी बिलाल अहमद नाइक उर्फ राशिद भाई और एक अन्य आतंकी मुठभेड़ में मारा गया। इससे पहले मुठभेड़ में सेना के एक मेजर समेत चार जवान शहीद हो गए। एक आम नागरिक के भी मारे जाने की खबर है। इस मुठभेड़ के बाद स्थानीय लोगों ने सुरक्षाबलों पर पथराव भी किया।
सुरक्षाबलों को जम्मू-कश्मीर में पुलवामा से करीब 10 किलोमीटर दूर पिंग्लेना में आतंकियों के छिपे होने की सूचना मिली थी।एक का नाम कामरान उर्फ राशिद गाजी जिसने पुलवामा हमले की साजिश रची थी ,सभी आतंकी जैश-ए-मोहम्मद
इसके बाद सोमवार तड़के सर्च ऑपरेशन चलाया गया। शहीद हुए चारों जवान 55 राष्ट्रीय राइफल्स के थे। इनमें मेजर वीएस धौंडियाल, हवलदार शिवराम, सिपाही अजय कुमार और सिपाही हरि सिंह शामिल हैं। एक हेड कॉन्स्टेबल भी शहीद हुआ।