इंदौर। पीलीभीत से सांसद और भाजपा नेता वरुण गांधी के सुर कुछ बगावती नजर आ रहे है। दरअसल उत्तर प्रदेश विधानसभा के तीन चरण पूरे हो चुके है लेकिन वो अभी तक किसी भी रैली को संबोधित करते हुए नहीं दिखाई दिए क्योंकि स्टार प्रचारकों की सूची में उनका दूसरी लिस्ट में आखिरी में नाम शामिल है लिहाजा उनका बगावती तेवर अब दिखने शुरु हो चुके है। हालांकि उन्होंने एक कार्यक्रम के दौरान बिना नाम लिए ही इशारों -इशारों में भाजपा पर हमला बोला है।
जब खत पढ़कर मैं रोया:-
वरुण गांधी मंगलवार को इंदौर के निजी विद्यालय विद्यासागर स्कूल में विचार ‘नये भारत का विषय’ पर अपने विचार व्यक्त कर रहे थे कि तभी उन्होंने हैदराबाद यूनिवर्सिटी के पीएचडी छात्र रोहित वेमुला की याद आ गई और उन्होंने कहा कि उसकी चिट्ठी पढ़ने के बाद उन्हें रोना आ गया। इस खत में रोहित ने लिखा था कि मैं अपनी जान इसलिए दे रहा हूं क्योंकि मैंने इस रुप में जन्म लेने का पाप किया है।
सोच के मामले में अंबेडकर आगे:-
इसके साथ ही वरुण ने कहा कि हमारे संविधान में जाति और मजहब के आधार पर किसी भी नागरिक से किसी भी प्रकार का भेदभाव नहीं करता लेकिन हकीकत ये है कि हमारे देश में अनुसूचित जाति वर्ग के लगभग 37 फीसदी लोग गरीबी रेखा से नीचे हैं। भीमराव अंबेडकर ने कहा था कि हमें सियासी लोकतंत्र नहीं बल्कि सामाजिक लोकतंत्र की आवश्यकता है लेकिन अब महसूस होता है कि वो सोच के मामले में अपने समय से कितने आगे थे।