उत्तराखंड। कोरोना महामारी के चलते सरकार द्वारा पूरे देश में संपूर्ण लाॅकडाउन लगा दिया गया था। जिसके बाद अब गाड़ी धीरे-धीरे पटरी पर लौट रही है। यातायात भी शुरू कर दिया गया है। इसी बीच आज रोडवेज कर्मचारियों ने संयुक्त परिषद उत्तराखंड के घोषित चरणबद्ध आंदोलन की शुरूआत कर दी है। इस आंदोलन में प्रदेशभर के चालक और परिचालक हिस्सा ले रहे हैं। यह प्रदर्शन अनेक मांगो को लेकर किया जा रहा है। रोडवेज कर्मियों पर प्रबंधन की नजर पहले से ही है।
बता दें कि आए दिन देश में लगातार किसी न किसी बात को लेकर धरना प्रदर्शन चलते रहते हैं। यह कोई नई बात नहीं है। रोडवेज कर्मियों द्वारा धरना प्रदर्शन की खबरे सुनने को मिल ही जाती हैं। रोडवेज कर्मचारी संयुक्त परिषद उत्तराखंड के घोषित चरणबद्ध आंदोलन की शुरूआत आज सबेरे हो चुकी है। परिषद से जुड़े सभी कर्मी देहरादून के आईएसबीटी स्थित ग्रामीण डिपो में रोडवेज कर्मचारी संयुक्त परिषद के बैनर तले ग्रामीण डिपो शाख की तरफ से एकदिवसीय धरना दे रहे हैं। यह धरना प्रदर्शन इसके अलावा देहरादून से हरिद्वार रोड स्थित रोडवेज वर्कशाॅप, पर्वतीय डिपो समेत पूरे प्रदेश के डिपो पर किया जा रहा है। रोडवेज कर्मचारियों पर प्रबंधन की नजरे पहले से ही थी। जिसके चलते प्रबंधन ने अन्य चालक और परिचालको की व्यवस्था कर ली थी।
वहीं संयुक्त परिषद के प्रांतीय महामंत्री दिनेश चंद्र पंत ने कहा कि यह आंदोलन वेतन सहित कई मांगो को लेकर है। जिसमें 17 मार्च 2020 की बैठक में बनी सहमति लागू हो, सेवानिवृत्त एंव मृत कर्मियों के आश्रितों को देयकों का भुगतान हो, नियमित, संविदा एंव विशेष श्रेणी कर्मियों को दिपावली से पहले न्यूनतम दो महीने का वेतन भुगतान हो, संपिदा व विशेष श्रेणी को पूर्व की भांति प्रोत्साहन योजना और समान कार्य-समान वेतन का लाभ मिले। इसी के साथ कर्मियों को बकाया वेतन भुगतान व पदोन्नति आदि की मांगो को लेकर हैं।