पटना। राजनीति में आए दिन हलचलें तेज होती रहती हैं। पक्ष और विपक्ष में जमकर निशानेबाजी का मामला दशकों पुराना हो चुका है। आए दिन राजनीति में ऐसे मामले सुनने को मिल ही जाते हैं। लेकिन बिहार की राजनीति से कुछ अलग ही सुरसुराहट सुनने को मिल रही है। बिहार में विधानसभा चुनाव के दो महीने बाद भी आरजेडी ने अपनी सरकार बनाने की उम्मीद नहीं छोड़ी है। जिसके चलते आरजेडी ने सीएम नीतीश कुमार को बड़ा ऑफर दिया है। आरजेडी के वरिष्ठ नेता और पूर्व विधानसभा स्पीकर ने कहा कि अगर नीतीश कुमार तेजस्वी को मुख्यमंत्री बना दें तो उनको 2024 में प्रधानमंत्री के लिए विपक्षी पार्टियां समर्थन कर सकती हैं। राजनीति में कुर्सी की चाहत ना जानें क्या-क्या करा देती है। दुश्मन को भी दोस्त बनाने पर मतबूर कर देती है।
बिहार में अब तक मंत्री मंडल का विस्तार नहीं हुआ-
बता दें कि बिहार में नई सरकार गठन को काफी दिन बीत चुका है लेकिन अब तक मंत्री मंडल का विस्तार नहीं हुआ है। वहीं, दूसरी तरफ अरुणाचल प्रदेश में बीजेपी ने जेडीयू के छह विधायकों को अपने पाले में शामिल कर लिया है। ऐसे में अरुणाचल की सियासी आंच बिहार तक पहुंचने लगी है। ऐसी चर्चा है कि बीजेपी और जेडीयू में सब कुछ ठीक नहीं है। हालांकि, दोनों ही दलों के नेता इस बात को सिरे से नकार रहे हैं और बिहार में एक साथ होने का दम भर रहे हैं। लेकिन आरजेडी ने इस मुद्दे को पकड़ लिया है और अब वो किसी भी तरह सत्ता में आने की जुगत में लग गयी है।
विधानसभा चुनाव में जेडीयू ने केवल 43 पर जीत हासिल की-
राजनीति कभी-कभी भी अपन नुकसान नहीं करना चाहती है। वह हर जगह अपना फायदा ही देखती है। इसके साथ ही राजनीतिक पार्टियों का किसी किसी चुनाव में एकसाथ लड़कर जीतना उन पार्टियों की मजबूती को दिखाता है। गौरतलब है कि 243 सीटों वाली बिहार विधानसभा में एनडीए ने 125 सीटों पर जीत हासिल की थी। इसमें 74 सीटों पर बीजेपी ने जीत दर्ज की थी जबकि जेडीयू ने केवल 43 पर जीत हासिल की थी। बीजेपी को जेडीयू से काफी ज्यादा सीटें मिली थीं। इसके बावजूद बीजेपी ने नीतीश कुमार को मुख्यमंत्री स्वीकार किया क्योंकि उनके चेहरे पर ही पूरा चुनाव लड़ा गया था।