उत्तर प्रदेश की पर्यटन मंत्री रीता बहुगुणा जोशी वाराणसी दौरे पर पहुंची। इस दौरान उन्होने मीडिया से बात करते हुए कहा कि महबूबा सरकार अवसर देखकर अलगाववादियों और पाकिस्तान की हिमायत करती है।
शुरुआत से थी तालमेल में कमी
इसलिए शुरू से ही पीडीपी और बीजेपी में तालमेल नहीं बैठा था। जोशी ने यह भी कहा कि मुफ़्ती साहब की बेटी (महबूबा मुफ़्ती ) को बहुत मौका दिया गया। लेकिन बीते तीन वर्षों में जम्मू-कश्मीर की सरकार ने ईमानदारी से काम नहीं किया। इस कारण से जम्मू-कश्मीर की परिस्थितियां भी कंट्रोल नहीं हो सकीं।
वहीं रीता बहुगुणा जोशी ने कहा कि, हमने बहुत प्रयास किए कि पाकिस्तान के साथ भारत के सौहार्द्रपूर्ण संबंध हों। लेकिन कहीं न कहीं केंद्र सरकार और मोदी जी का चिंतन पाकिस्तान ने स्वीकार नहीं किया। और पाकिस्तान ने निरंतर आतंकवादी घटनाओं को अंजाम दिया है। पाकिस्तान और महबूबा सरकार ने जिस प्रकार के कार्य किए हैं। उन कार्यों को रोकने के लिए सख्ती की आवश्यकता थी।
कश्मीर 70 साल पुरानी समस्या
उन्होंने आगे कहा कि पाकिस्तान ने रमजान में सीजफायर उल्लंघन किए जाने के बाद स्थिति कंट्रोल नहीं हो पा रही थी। लॉ एंड ऑर्डर प्रदेश सरकार का काम है। महबूबा कुछ कंट्रोल नहीं कर पाईं। वहां सबसे जरूरी यह है कि जम्मू कश्मीर में शांति व्यवस्था बहाल की जाए। इसके लिए राज्यपाल शासन लाना जरूरी हो गया था। उन्होंने कहा, जम्मू कश्मीर की समस्या आज की नहीं है. ये 70 साल पुरानी है. शुरू से ही वहां समस्या बनी हुई है. यह आरोप प्रत्यारोप की बाते हैं