भारत सरकार के राजस्व विभाग के अधीन राजस्व आसूचना निदेशालय ‘डीआरआई’ के दिल्ली क्षेत्र इकाई के अधिकारियों ने विदेशी मुद्रा तस्करी का खुलासा किया।आपको बता दें कि सटीक सूचना के आधार पर नई दिल्ली के इन्दिरा गांधी अंतराष्ट्रीय हवाई अड्डे के टी-3 प्रस्थान हॉल पर 7 विदेशी नागरिकों को रोककर उनके पास से बड़ी मात्रा में विदेशी मुद्रा पकड़ी।
शासन में हुए ताबड़तोड़ तबादले कई के बदले विभाग तो कई अधिकारियों को मिला नया प्रभार
विदेशी मुद्रा इन विदेशी नागरिकों के चेक-इन सामान से बरामद की गयी। ये सभी विदेशी नागरिक 5 और 6 अगस्त, 2018 की रात को हांगकांग की उड़ान पकड़ने की तैयारी में थे। इस तस्कर गिरोह के भारतीय सह-अपराधी का भी पता लगाकर उसे पकड़ लिया गया है।भारत सरकार के राजस्व विभाग के अधीन राजस्व आसूचना निदेशालय ‘डीआरआई’ के दिल्ली क्षेत्र इकाई के अधिकारियों ने विदेशी मुद्रा तस्करी का खुलासा किया।
जब्त की गई विदेशी मुद्रा को तौलिये में लपेटकर सामान में इस तरह छुपाया गया था
आपको बता दें कि सटीक सूचना के आधार पर नई दिल्ली के इन्दिरा गांधी अंतराष्ट्रीय हवाई अड्डे के टी-3 प्रस्थान हॉल पर 7 विदेशी नागरिकों को रोककर उनके पास से बड़ी मात्रा में विदेशी मुद्रा पकड़ी।जब्त की गई विदेशी मुद्रा को तौलिये में लपेटकर सामान में इस तरह छुपाया गया था,ताकि हवाई अड्डे पर एजेंसियां उनका पता न लगा सकें। सभी मुद्राएं 100-100 अमेरिकी डॉलर के मूल्य-वर्ग की थी। कुल लगभग 8.90 लाख अमेरिकी डॉलर पकड़े गये है। आपको बता दें कि बाजार कीमत लगभग 6.14 करोड़ रुपये है।
जांच से पता लगा है कि इस गिरोह में विदेशी और भारतीय नागरिक संलिप्त हैं
आपको बता दें कि अब तक की जांच से पता लगा है कि इस गिरोह में विदेशी और भारतीय नागरिक संलिप्त हैं। जो हांगकांग तथा भारत में स्थित हैं। गिरोह का मास्टर-माइंड हांगकांग में बैठा है। जो माल ले जाने वाले कैरियरों का इंतजाम करता है और सोने की छड़ों को सामान में छुपाकर उनके जरिए भारत भेजता है। भारत में उनका साथी सोना ले लेता है और उसके बदले विदेशी मुद्रा देता है। इस विदेशी मुद्रा को भारत से हांगकांग भेज दिया जाता है।
महेश कुमार यदुवंशी