नई दिल्ली। देश 69वां गणतंत्र दिवस बना रहा है। इस साल के गणतंत्र की खास बार है कि आसियान देशों के नेता गणतंत्र दिवस परेड के मुख्य अतिथि होंगे। गणतंत्र दिवस के लिए देश में सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं। हजारों सैनिकों को किसी भी तरह की आतंकी प्रक्रिया को रोकने के लिए तैनात किया गया है। राजपथ से लेकर लाल किला तक आठ किलो लंबे परेड मार्ग पर नजर रखने के लिए मोबाइल हिट टीम, विमान-रोधी प्रणालियों और शार्पशूटर्स को तैयार रखा गया है। ऊंची-ऊंची इमारतों पर शूटरों को तैनात किया गया है। वहीं परेड मार्ग पर सीसीटीवी कैमरों की मदद से परेड में आन जाने वाले लोगों पर नजर रखी जा रही है। हवाई क्षेत्र को सुरक्षित बनाने के लिए विमान-रोधी बंदूकों सहित हवाई सुरक्षा के व्यापक इंतजाम किये गए हैं।
बता दें कि गणतंत्र दिवस पर आसियान देशों में थाइलैंड, वियतनाम, इंडोनेशिया, मलेशिया, फिलीपीन, सिंगापुर, म्यांमार, कंबोडिया, लाओस और ब्रूनेई शामिल हैं। भारत-आसियान सम्मेलन में शामिल होने आये आसियान देशों के नेता गणतंत्र दिवस परेड में मुख्य अतिथि होंगे। सभी मुख्य अतिथि सबसे पहले राष्ट्रपति भवन जाएंगे। फिर सुबह 9.35 बजे सभी को अलग-अलग कारों से समारोह स्थल जाएंगे। प्रोटोकॉल के मुताबिक सबसे पहले ब्रुनेई के प्रधानमंत्री और फिर थाईलैंड के राजा पहुंचेंगे।
वहीं परेड इंडिया गेट पर स्थित अमर ज्योति से शुरू होगी। इससे पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शहीद जवानों को श्रद्धांजलि अर्पित करेंगे और तिरंगा को फहराकर राष्ट्रीयगान के साथ 21 तोपों की सलामी दी जाएगी। इसके बाद परेड शुरू होगी। पहली बार इस परेड में बीएसएफ की महिला जवानों की मोटरसाइकिल सवार टुकड़ी करतब दिखाएगी। परेड में तीनों सेनाओं के सर्वोच्च कमांडर राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद सलामी लेंगे। सेना के जवानों के हाथों में 10 आसियान देशों के झंडे भी होंगे। वायुसेना के कई विमानों के साथ एमआई-17 और रुद्र सशस्त्र हेलीकॉप्टर भी फ्लाईपास्ट करेंगे।
साथ ही सेना के टी-90 टैंक, ब्रह्मोस मिसाइल सिस्टम, आकाश मिसाइल सिस्टम भी परेड में शामिल होंगी। पहली बार परेड में आकाशवाणी की झांकी होगी जो 23 झांकियों की अगुवाई करेगी। आकाशवाणी की झांकी में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मासिक ‘मन की बात’ संबोधन की भी झलक होगी। गणतंत्र दिवस परेड देखने के लिए केंद्र सरकार ने देशभर के कई हिस्सों से आए करीब 61 आदिवासी मेहमानों को भी आमंत्रित किया है। दिल्ली में सुरक्षा को लेकर 60,000 जवानों को तैनात किया गया है। जिसमें दिल्ली पुलिस और केंद्रीय बलों को तैनात किया गया है। कई उंची बिल्डिंगों में स्नाइपर को तैनात किए गए हैं। लोगों पर नजर रखने के लिए सीसीटीवी लगाए गए हैं।