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ड्राइवर रखने से पहले याद रखें ये बातें, चूक की तो जिंदगीभर पछताएंगे!

ड्राइवर रखने से पहले याद रखें ये बातें, चूक की तो जिंदगीभर पछताएंगे!

लखनऊ: यदि आपके पास निजी ड्राइवर और घरेलू नौकर है तो आपको सावधान रहने की जरूरत है। यह तीन केस तो बानगी मात्र हैं। राजधानी में हत्या, लूट, अपहरण और चोरी के कई मामले पहले भी आ चुके हैं। जब ड्राइवर और घरेलू नौकरों ने अपराधियों के साथ मिलकर संगीन वारदातों को अंजाम दिया। इसके अलावा पकड़े जाने के डर से मालिक की हत्या तक कर दी।

कभी लालच में तो कभी बदले की भावना को लेकर ड्राइवरों ने वफादारी के कलंकित कर मालिक के खिलाफ संगीन साजिश रच डाली। इन सब घटनाओं के बाद भी लोग घरेलू नौकर और निजी ड्राइवर रखने से पहले उनका पुलिस वेरिफ़िकेशन नहीं करवाते हैं।

इन घटनाओं में ड्राइवरों ने सची साजिश

पहली घटना: अपहरण के बाद उतारा मौत के घाट

साल 2018 में मड़ियाव थानाक्षेत्र में पुलिस को एक प्लाट से युवक की लाश मिली थी। 24 घंटे के भीतर पुलिस ने शव की शिनाख्त कर मृतक के घर वालों से जानकारी हासिल की थी। पड़ताल में पता चला कि मृतक के पिता ने युवक की गुमशुदगी दर्ज कराई थी। छानबीन में पता चला कि मृतक के अवैध संबंध ड्राइवर की पत्नी से थे। इस बात से ड्राइवर अपने मालिक को रास्ते से हटाना चाहता था। साजिश के तहत ड्राइवर ने अपने साथियों के साथ मिलकर मालिक का अपहरण किया। इसके बाद मालिक की हत्याकर उसके लाश को ठिकाने लगाने के लिए खाली प्लाट में फेंक दिया था।

दूसरी घटना: नौकर और ड्राइवर ने मिलकर की चोरी

साल 2019 में सआदतगंज थानाक्षेत्र में पेट्रोल पंप मालिक हरिशंकर मिश्रा की पत्नी अंजू ने नौकरानी और ड्राइवर के साथ मिलकर अपने ही घर में लाखों की चोरी को अंजाम दिया था। इसके बाद चोरी का माल उसने पड़ोस में रहने वाली सहेली के घर छिपा दिए थे। पुलिस ने 24 घंटों में खुलासा करते हुए अंजू समेत पांच को गिरफ्तार कर 33 लाख रुपये व जेवर बरामद किए थे। हरिशंकर एलडीए कॉलोनी फेज वन में रहते हैं। घटना वाले दिन वह दोपहर वह पेट्रोल पंप पर गए थे। देर शाम लौटे तो चोरी का पता चला।

तीसरी घटना: क्लीनिक में लूट की साजिश

साल 2020 में महानगर थानाक्षेत्र में डॉ. रविदेव के क्लीनिक पर चोरों ने रात 1 बजे गार्ड रामवृक्ष को बंधक बनाकर डॉक्टर की क्लीनिक में लूट की थी। हफ्ते भर के अंदर पुलिस ने खुलासा कर आरोपितों को सलाखों के पीछे भेज दिया था। उस वक्त जांच में पता कि डॉक्टर की क्लीनिक में लाखों की लूट को उसके ही ड्राइवर ने अंजाम दिया था। पुलिस ने ड्राइवर समेत तीन आरोपितों को गिरफ्तार कर वारदात का खुलासा किया था। इनके पास से लूट के 4 लाख 74 हजार 6 सौ रुपए बरामद किए गए थे। एसपी क्राइम ब्रांच मुताबिक, आरोपी पिछले पांच महीने से डॉक्टर का ड्राइवर था। आरोपियों ने क्लीनिक के गार्ड के हाथ-पैर बांध कर लूट की।

इन बातों का रखें खास ख्याल
  • ड्राइवर और नौकर रखते समय उसकी डिलेट पुलिस को दें।
  • ड्राइवर और नौकर किन-किन लोगों से बातचीत करता है, यह ध्यान रखें।
  • ड्राइवर के साथ महत्वपूर्ण बातें शेयर न करें।
  • ड्राइव करते समय ड्राइवर के मोबाइल व उसकी कॉल पर ध्यान दें।
  • ड्राइवर और नौकर से दोस्ती करने से परहेज करें।
  • नौकर और ड्राइवर से बच्चों को फ्रैंडली होने से रोकें।
  • ड्राइवर पर हद से ज्यादा भरोसा न करें।
प्रदेश में भी कई घटनाएं

इस मामले पर लखनऊ पुलिस कमिश्नर डीके ठाकुर ने बताया कि राजधानी के अलावा प्रदेश में ऐसी घटनाएं सामने आ चुकी हैं, जिसमें घरेलू नौकर और निजी ड्राइवर ने अपने मालिक के साथ गद्दारी कर उनके साथ संगीन वारदात को अंजाम दिया है। इसी घटना को पुलिस ने खुलासा कर ड्राइवरों को जेल भेजा है। उन्‍होंने बताया कि यदि आप ड्राइवर और नौकर रखते हैं तो उन पर हद से ज्यादा भरोसा न करें। इसके अलावा उनका ब्यौरा पुलिस को दें।

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