लखनऊ: एक तरफ कोरोना वायरस का भीषण संक्रमण लोगों को परेशान कर रहा है। वहीं दूसरी तरफ इंजेक्शन और दवाइयों की कालाबाजारी भी हो रही है। रेमडेसिविर इंजेक्शन से जुड़ी घटना भी सामने आ चुकी है। इसको देखते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सख्त निर्देश दिए हैं।
NSA के तहत होगी कार्यवाही
रेमडेसिविर इंजेक्शन का कोरोना वायरस के इलाज में बड़ा महत्वपूर्ण रोल है। ऐसे में इसकी जमाखोरी करके कुछ लोग ज्यादा पैसा कमाने की कोशिश कर रहे हैं। ऐसा ही मामला कानपुर में देखने को मिला था, जहां तीन जमाखोरों के पास से भारी मात्रा में यह इंजेक्शन बरामद हुआ था। इसके बाद अब इस मामले में उत्तरप्रदेश सरकार ने कड़े एक्शन लेने के निर्देश दिए हैं।
सभी 3 आरोपियों के खिलाफ राष्ट्रीय सुरक्षा कानून (NSA) के तहत कार्रवाई की जाएगी। सीएम की तरफ से कहा गया कि team11 इस पर पूरी तरह से निगरानी रखेगी और जमाखोरी करने वाले लोगों पर सख्त कार्रवाई करने के निर्देश भी मिल गए हैं। इसके साथ ही उत्तर प्रदेश सरकार के प्रवक्ता ने यह भी बताया कि इससे संबंधित दवा की उपलब्धता आसान बनाने के लिए सारे एक्शन लिए जा रहे हैं। अधिकारियों को इस मामले में पूरी निगरानी रखने की भी आदेश दिए गए हैं
आखिर क्यों महत्वपूर्ण है यह इंजेक्शन
रेमडेसिविर इंजेक्शन एक एंटीवायरल दवाई है, जिसे अमेरिका की कंपनी द्वारा बनाया जा रहा है। इसे सांस संबंधी बीमारियों में इलाज के लिए इस्तेमाल किया जाता है। कोरोना की नई लहर में सांस से संबंधित कई तरह की समस्याएं देखने को मिल रही है।
इसीलिए इसका इस्तेमाल ऐसी गंभीर बीमारी में काफी महत्वपूर्ण हो जाता है। भारी मांग के चलते इसकी कालाबाजारी भी देखने को मिल रही है। इसीलिए योगी सरकार ने अब इस मामले में सख्त एक्शन लेने के आदेश दिए हैं, इसके अलावा सभी दवाइयों की उपलब्धता भी सुनिश्चित करने की बात कही है।