कोरोना महामारी के चलते पूरे देशवासियों की सुरक्षा के मुद्देनजर सार्वजनिक स्थलों सहित मंदिर-मस्जिद समेत सभी धार्मिक स्थल बंद कर दिये गये थे. महाराष्ट्र में कोरोना का प्रकोप देश भर में सबसे अधिक होने के कारण यहां लॉकडाउन लागू किये जाने के बाद से ही सभी धार्मिक स्थल बंद चल रहे हैं लेकिन बीते दिन दिवाली के मौके पर महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने सभी धार्मिक स्थल सोमवार से खोलने की घोषणा करके सभी धर्मावलंबियों के लिए दिवाली का तोहफा दिया है.
महाराष्ट्र में सोमवार से सभी धार्मिक स्थल खोल दिए जाएंगे. उद्धव सरकार ने इसकी इजाजत दे दी है. महाराष्ट्र सीएम उद्धव ठाकरे ने दिवाली की रात ही यह फैसला किया है, जिसके बाद 16 नवंबर से शर्तों के साथ महाराष्ट्र में मंदिर और दूसरे धार्मिक संस्थान खोले जाएंगे. लेकिन कोरोना को देखते हुए धार्मिक संस्थानों को सख्त गाइडलाइंस का पालन करना होगा.
ये हैं गाइडलाइंसः
65 साल से अधिक उम्र के व्यक्ति,
गर्भवती महिलाएं, दस साल से कम उम्र के बच्चे,
व्यक्ति जिनको कोई अन्य बीमारी हो,
उन्हें मंदिर में आने की इजाजत नहीं
दो व्यक्तियों के बीच की दूरी कम से कम छह फीट
मास्क का प्रयोग करना या चेहरे का ढके रहना अनिवार्य
साबुन या हैंडवॉश से बार-बार हाथ धोने की भी सलाह
खांसते या छींकते हुए सभी लोगों को रुमाल या टिश्यू पेपर का प्रयोग
सार्वजनिक स्थानों पर थूकना दंडनीय
मोबाइल पर आरोग्य सेतु ऐप डाउनलोड करना
धार्मिक स्थलों के लिए जरूरी गाइडलाइन्स:
एंट्री गेट पर हैंड सैनिटाइजर और स्क्रीनिंग की व्यवस्था
बिना मास्क के नो एंट्री
अवेयरनेस के लिए ऑडियो और विजु्अल मीडियम
सभी आगंतुकों को चप्पल जूते अपनी गाड़ी के अंदर ही रखने को कहना
परिसर के अंदर कहीं भी भीड़ भाड़ नहीं करने
परिसर के अंदर दुकानों पर भी लोगों को सोशल डिस्टेंसिंग का ख्याल रखना
परिसर में दाखिल होने और बाहर निकलने के लिए एंट्री और एग्जिट गेट अलग रखना