कोरोना महामारी का सबसे ज्यादा असर अमेरिका में देखने को मिल रहा है। अमेरिका में अभी तक 55 हजार से ज्यादा लोगों की मौतें हो चुकी हैं। जो किसी भी देश में सबसे ज्यादा तबाही मचाने वाले आंकड़े हैं। इसके पीछे सबसे बड़ा कारण एक ये भी है कि, अमेरिका में सबसे ज्य़ादा कोरोना टेस्ट हो रहे हैं।
जॉन हॉपकिन्स यूनिवर्सिटी के अनुसार, अमेरिका में अबतक कुल 965,426 लोग इस वायरस की चपेट में आ गए हैं जिनको कोरोना वायरस हुआ है। हालांकि, अगर पिछले कुछ दिनों का रिकॉर्ड देखें तो पिछले 24 घंटे में हुई मौतें काफी कम हैं। जो एक राहत की खबर हो सकती है।
अमेरिका में भी सबसे अधिक असर न्यूयॉर्क में दिखा है, यहां अबतक इस वायरस ने 17 हजार से अधिक जान ले ली हैं। करीब डेढ़ लाख लोग सिर्फ न्यूयॉर्क में ही कोरोना वायरस के शिकार हैं। अमेरिका ने अबतक करीब 55 लाख लोगों का कोरोना वायरस टेस्ट किया है, जो किसी भी देश का सबसे अधिक है।
लेकिन इस बीच अमेरिका के लिए अच्छी खबर ये आयी है कि, पिछले 24 घंटों में अमेरिका में मात्र 1300 मौत हुई है।
राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने एक समय आशंका जाहिर की थी कि वहां कोरोना वायरस के कारण 2 लाख लोगों की जान जा सकती है। हालांकि, अब कुछ स्थिति नियंत्रित होती नजर आ रही है। डोनाल्ड ट्रंप को अब लगता है कि अमेरिका में कोरोना वायरस का सबसे बुरा दौर बीत चुका है।
व्हाइट हाउस में कोरोना वायरस पर जानकारी देते हुए उन्होंने कहा कि देशभर में संक्रमित पाए जाने वाले लोगों की संख्या कम हो गई है। ट्रंप ने कहा कि नए मामलों की संख्या में गिरावट के परिणामस्वरूप आधे राज्यों ने अपनी अर्थव्यवस्था को फिर से खोलने के लिए कदम उठाने शुरू कर दिए हैं।
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अगर अमेरिका में ऐसे ही स्थिति कंट्रोल में आती रही तो बहुत जल्द अमेरिका की हालात सामन्य हो जाएगी। बेहरहाल जब तक कोरोना की कोई दवाई नहीं बन जाती । तब तक ये कहना मुश्किल है कोरोना से कब तक दुनिया की स्थिति सामान्य बनी रहेगी।