देश अब कोरोना की दूसरी लहर से निकल चुका है। रोजाना केसों में कमी आ रही है। लेकिन सरकार अब कोरोना की तीसरी लहर से निपटने की तैयारी में जुट गया है।
कोरोना की दूसरी लहर पहली लहर से काफी घातक सिध हुई। लेकिन अब स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा कोरोना की तीसरी लहर की चेतावनी दी गई है। जिसमें सबसे ज्यादा खतरा बच्चों को बताया गया है।
कोरोना के बीच राहत भरी खबर
राजधानी दिल्ली में कोविड पीड़ित बच्चों की रिकवरी बड़ों की तुलना में कहीं ज्यादा है। कोरोना की वजह से इलाज के लिए एडमिट होने वाले बच्चों की रिकवरी 99 पर्सेंट तक है। दिल्ली के दो बड़े अस्पतालों में कोविड की वजह से लगभग 278 बच्चे एडमिट किए गए और इसमें से 275 बच्चे ठीक हो गए। जबकि 3 बच्चों की मौत हो गई।
क्या कहते हैं आंकड़ें
आंकड़ों के मुताबिक राजधानी के अस्पतालों में पिछले 2 महीनों में कोरोना की वजह से 78 बच्चे अस्पताल में भर्ती हुए । जिसमें 43 बच्चे और 33 बच्चियां थी। सभी बच्चों की आयु 4 महीने से लेकर 15 साल के बीच थी। रिसर्च में यह पता चला कि 78 में से 77 बच्चे कोरोना को मात देकर पूरी तरह ठीक हो गए।
गौरतलब है कि जो बच्चे अस्पताल में भर्ती हुए थे । उनमें से केवल 2 से 3 प्रतिशत तक ही बच्चों को आईसीयू की जरूरत पड़ी थी। हालांकि उनकी रिकवरी भी जल्दी ही हो गई थी। डाॅक्टरों की माने तो कोविड होने पर बच्चों को समय पर इलाज के लिए लेकर जाएं। समय पर इलाज होने पर सर्वाइवल के चांस बड़ों से ज्यादा है। लेकिन, अपने देश में बच्चों के इलाज के लिए डेडिकेटेड सेंटर की कमी है। इसलिए हमें बच्चों का ध्यान रखना ज्यादा जरूरी है।