नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की अध्यक्षता में आर्थिक मामलों की मंत्रिमंडलीय समिति ने बुधवार को बिहार के पटना में एनएच-19 पर गंगा नदी के उपर 5.575 किलोमीटर लम्बे चार लेन वाले महात्मा गांधी सेतु के पुनर्निर्माण संबंधी परियोजना को मंजूरी दे दी है।
Cabinet Briefing by Shri @arunjaitley on rehabilitation of four lane of Mahatma Gandhi Setu on Ganga River in Biharhttps://t.co/hCTM7XBcq0
— MIB India (@MIB_India) June 22, 2016
नये निर्माण के लिए पुल के क्षतिग्रस्त ढांचे को ढहाया जाएगा और उसके बाद स्टील ट्रस के साथ इसकी री-डैकिंग की जाएगी। यह परियोजना इंजीनियरिंग, खरीद एवं निर्माण (ईपीसी) मोड में होगी। इस पर 1742.01 करोड़ रुपये की लागत आने का अनुमान है।
यह परियोजना पटना-हाजीपुर क्षेत्र को कवर करते हुए उत्तर और दक्षिण बिहार को जोड़ेगी।
इससे यातायात, विशेषकर उत्तर और दक्षिण बिहार के बीच चलने वाले भारी यातायात के समय और लागत में कमी लाने के अलावा राज्य में बुनियादी ढांचे में सुधार की प्रक्रिया में तेजी लाएगी। महात्मा गांधी सेतु के पुनर्निर्माण से राज्य के इस क्षेत्र की सामाजिक आर्थिक स्थिति के उत्थान में भी मदद मिलेगी।
पटना में गंगा नदी के ऊपर चार लेन वाले महात्मा गांधी सेतु का निर्माण 1980 के दशक में बिहार की राज्य सरकार ने किया था। बदहाल यह पुल उत्तर और दक्षिण बिहार के बीच बहुत ही महत्वपूर्ण कड़ी है और साथ ही साथ सामाजिक, राजनीतिक गतिविधियों का मार्ग भी है। नेपाल और भूटान का कारोबार भी इसी संपर्क के माध्यम से होता है।