गोंडा। यूपी के बहराइच में जिला अस्पताल की लापरवाही का मामला थमा नहीं था कि गुरुवार को गोंडा जिला महिला चिकित्सालय में आक्सीजन के लिए रुपये नहीं देने पर नवजात शिशु की मौत का मामला सामने आया है। परिजनों का आरोप है कि प्रसव के बाद नवजात की हालत बिगड़ने पर आक्सीजन के लिए पांच हजार रुपये नहीं देने पर नर्स ने ऑक्सीजन नहीं लगाई, जिससे बच्चे की मौत हो गई। इसे लेकर परिजनों ने जिला महिला चिकित्सालय में हंगामा किया।
जानकारी के अनुसार कोतवाली नगर के कटहरिया मोहल्ले के ओम प्रकाश ने गुरुवार दोपहर प्रसूता पत्नी संगीता को जिला महिला अस्पताल में भर्ती कराया। प्रसव के बाद जन्मे नवजात की सांस फूलने लगी और उसकी हालत गंभीर हो गई। इसे देखकर परिजनों ने ड्यूटी पर तैनात स्टाफ नर्स से आक्सीजन लगाने की गुहार लगाई।
आरोप है कि स्टाफ नर्स ने परिजनों से पांच हजार रुपये मांगे। परिजनों द्वारा रुपये देने में असमर्थता जताने पर नर्स ने शिशु को ऑक्सीजन नहीं लगाई, जिसके कारण कुछ देर बाद उसकी मौत हो गई। इसे लेकर परिजनों ने हंगामा किया। बाद में सीएमएस ने मौके पर पहुंच कर लोगों को जांच कर कार्रवाई का आश्वासन दिया तब मामला शांत हुआ।
कोई पैसे नहीं मांगे गए:-
सीएमएस डॉ. एके सिंह ने लापरवाही और नर्स द्वारा पैसे मांगने के आरोप को निराधार बताया है। उनका कहना है प्रसूता पहले से कमजोर थी और बच्चा गर्भ में भी ठीक से सांस नहीं ले पा रहा था। इसके बारे में परिजनों को पहले ही बता दिया गया था। जबकि प्रसूता के पति ओम प्रकाश का कहना है कि पैसे न देने के कारण ही उसके बच्चे की मौत हुई है। उसने आरोपित स्टाफ नर्स और संबंधित चिकित्सक के विरुद्ध कोतवाली में तहरीर दी है। पुलिस ने बताया कि तहरीर मिली है लेकिन जांच के बाद ही केस दर्ज किया जायेगा।
(अकील सिद्दीकी, संवाददाता)