लखनऊ: उत्तर प्रदेश में जैसे-जैसे विधानसभा चुनाव 2022 नज़दीक आ रहा है वैसे-वैसे सियासी पारा भी चढ़ता जा रहा है। इसी कड़ी में मंगलवार को बहुजन समाज पार्टी के छह बागी विधायकों की सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव से संभावित मुलाकात हुई है। इस दौरान सपा कार्यालय के बाहर पार्टी समर्थकों का जमवाड़ा भी लगा रहा।
घंटों तक चली मुलाकात, आगामी चुनाव पर हुई चर्चा
प्राप्त जानकारी के मुताबिक, बसपा से निष्कासित छह विधायक असलम राईनी, मुजतबा सिद्दीकी, हाकिम लाल बिंद, हरगोविंद भार्गव, असलम अली चौधरी और सुषमा पटेल ने आज समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव से सपा कार्यालय में मुलाकात की है। कयास लगाए जा रहे हैं कि घंटों तक चली इस मुलाकात में आगामी विधानसभा चुनाव पर मंथन हुआ है।
टूटने की कगार पर बसपा!
जानकारी के मुताबिक, बसपा से निकाले गए विधायकों से सपा निरंतर संपर्क में बनी हुई है। अखिलेश यादव उन्हें सम्मान देने की कोई कसर नहीं छोड़ना चाहते हैं। दूसरी ओर बहुजन समाज पार्टी टूटने की कगार पर है। हालांकि बसपा सुप्रीमो मायावती पहले ही कह चुकी हैं कि पार्टी विरोधी गतिविधियों से जुड़े लोगों को हटाने से पार्टी को किसी भी तरह का नुकसान नहीं होगा।
मीडिया से बच कर निकले निष्कासित विधायक!
बता दें की इस मीटिंग की सूचना मिलने पर सपा कार्यालय के बाहर मीडियाकर्मियों का जमावड़ा लग गया। वहीं पार्टी सूत्रों से जानकारी मिली है कि मुलाकात के बाद सभी विधायक दूसरे रास्ते से बाहर निकले हैं।
बहनजी से कोई नाराज़गी नहीं: असलम राईनी
वहीं मुलाकात की अटकलों के बीच बसपा से निष्कासित विधायक असलम राईनी का बयान भी सामने आया है। एक न्यूज़ चैनल से बातचीत में उन्होंने कहा है कि अब हमारी संख्या 11 हो गई है। उन्होंने कहा है कि हम अपना एक दल बनाने की कोशिश में हैं। उन्होंने यह भी कहा है कि हमारी मायावती से कोई नाराज़गी नहीं है। हमें सतीश चंद्र मिश्रा से शिकायत है। असलम राईनी ने कहा है कि सतीश चंद्र ने बहुजन समाज पार्टी को खाक में मिलाने की कसम खाई है।