चेन्नई। ऐसे समय में बड़े-बड़े बैंक पूंजी की कमी से जूझ रहे हैं। महाराष्ट्र की आरबीएल बैंक 19 को अपना आईपीओ (आरंभिक सार्वजनिक पेशकश) लेकर आ रही है। पहले यह रत्नाकर बैंक लि. के नाम से जाना जाता था। बैंक को आईपीओ से 1,200 करोड़ रुपये से ज्यादा जुटाने की उम्मीद है। बैंक ने स्मॉल फाइनेंस बैंक लाइसेंस का आवेदन करने वाले उत्कर्ष माइक्रो फाइनेंश प्रा. लि. में एक हिस्सेदारी खरीदने की योजना जाहिर की है। वित्त वर्ष 2014 में आरबीएल ने रॉयल बैंक ऑफ स्कॉटलैंड का बैंकिंग व्यापार, क्रेडिट कार्ड और मोर्गेज पोर्टफोलियो व्यापार खरीदा था।
आरबीएल बैंक ने इसके अलावा स्वाधार फिनसर्व प्रा. लि. की 20.5 करोड़ में हिस्सेदारी खरीदी है, जो वित्त क्षेत्र की कंपनी है। इस इश्यू में कुल 832.5 करोड़ के शेयर जारी किए जाएंगे और मौजूदा शेयर धारकों के लिए कुल 1,69,09,628 शेयर उपलब्ध होंगे। पिछले कुछ सालों में किसी निजी बैंक द्वारा जारी किया गया यह पहला आईपीओ है। पिछले वित्त वर्ष में बैंक की कुल आय 3,324.85 करोड़ रुपये थी, जबकि उससे पिछले वित्त वर्ष में यह 2,356.49 करोड़ रुपये थी।
आरबीएल को पिछले वित्त वर्ष में कुल 296.80 करोड़ रुपये का मुनाफा हुआ था, जबकि इससे पिछले वित्त वर्ष में यह 208.45 करोड़ रुपये था।
बैंक की गैर निष्पादित संपत्तियां (एनपीए) 31 मार्च 2016 तक कुल 208.05 करोड़ रुपये थी, जबकि इससे पिछले वित्त वर्ष में यह 77.75 करोड़ रुपये थी। बैंक ने कहा कि उसके एनपीए में बढ़ोतरी भारत में पिछले कुछ सालों से कठिन आर्थिक स्थिति के कारण हुई है।