देहरादून। उत्तराखंड की राजनीति में उठापटक के दौर में पीएम मोदी के एक भाषण ने प्रदेश की कांग्रेस सरकार को हमलावर होने का मौका दे दिया है। दरअसल पीएम ने अपनी देहरादून की रैली में कहा था कि मुझे उत्तराखंड में ये पता चला कि यहां स्कूटर पैसे खाता है और उसमें 35 लीटर पेट्रोल भरा जाता है। पीएम का इशारा केदारनाथ आपदा के दौरान हुए खुलासे पर था जिसमें अधिकारियों ने उन गाडियों के बिल लगाए थे जिनके नंबर स्कूटर के थे लेकिन दिखाए गए थे वो ट्रक और डंपर के नंबर। लेकिन पीएम ये भूल गए कि उस वक्त प्रदेश में मुख्यमंत्री विजय बहुगुणा थे जिन्होने आजकल बीजेपी का दामन थाम रखा है।
कांग्रेस सरकार को मिला जवाबी मौका
सीएम हरीश रावत को इस पूरे मामले से मानो संजीवनी मिल गई हो सीएम ने आनन फानन में ही पत्रकारों को बुलाकर इस घोटाले की जांच के लिए दो रिटायर्ड जजों को नियुक्त कर दिया है।हालांकि बीजेपी ने प्रदेश सरकार पर पलटवार करते हुए कहा है कि सरकार को अब स्कूटर मामले की जांच करवाने कि क्या वजह है और अगर सरकार जांच को लेकर संजीदा है तो जांच दो जजों से क्यों सीबीआई या चीफ जस्टिस से करवानी चाहिए।