चंडीगढ़। तुगलकाबाद में संत रविदास मंदिर गिराए जाने के बाद से दलित समुदाय में रोष व्याप्त है और वो सड़कों पर आकर धरना प्रदर्शन कर रहा है। उनकी मांग है कि देश में मोदी सरकार दलितों का उत्पीड़न कर रही है और दलितों के विरोध में कार्य कर रही है।
जानकारी के अनुसार प्रदर्शन अब तीव्र होता जा रहा है और मंगलवार को पंजाब के कुछ हिस्सों में पूरी तरह बंद रखा गया और सामान्य जनजीवन प्रभावित हुआ। अधिकारियों ने बताया कि प्रदर्शनकारियों ने जालंधर-दिल्ली राष्ट्रीय राजमार्ग सहित कुछ मार्गों को बाधित किया जिसके कारण भारी जाम लग गया। कई स्थानों पर समुदाय के लोगों ने विरोध मार्च निकाले, धरना दिया, पुतले जलाए और सड़कों पर जलते हुए टायर रखे।
“दिल्ली विकास प्राधिकरण (डीडीए) ने पिछले शनिवार को पुलिस बल की मौजूदगी में मंदिर को गिराया और मूर्ति को वहां से ले जाया गया। हालांकि डीडीए ने मंदिर शब्द का इस्तेमाल नहीं किया और कहा कि सुप्रीम कोर्ट के आदेश के अनुसार ढांचा हटाया गया।” – राजेंद्र पाल गौतम, समाज कल्याण मंत्री-दिल्ली
ट्रेन की गई रद्द, कुछ का किया मार्ग परिवर्तन
विरोध कर रहे कुछ लोगों ने ट्रेन की पटरियरों पर बैठकर धरना दिया जिसकी वजह से भारी समस्याओं का सामना करना पड़ा। कुछ प्रदर्शनकारी तो फगवाड़ा के निकट चहेड़ू और जालंधर के बीच पटरियों पर बैठ गए जिसके कारण कुछ ट्रेनों के मार्ग में परिवर्तन करना पड़ा और कुछ ट्रेनों को रद्द करना पड़ा।