आगामी निकाय चुनाव को लेकर धौलपुर पहुंचे राजेंद्र सिंह राठौड़, प्रेस वार्ता पर गहलोत सरकार पर लगाए गंभीर आरोप

धौलपुर से इरफान अहमद की रिपोर्ट
धौलपुर। जिले में 20 दिसंबर 2020 को होने वाले निकाय चुनाव को लेकर उप नेता प्रतिपक्ष राजेंद्र सिंह राठौड़ धौलपुर पहुंचे। राठौड़ ने प्रेस वार्ता कर प्रदेश की गहलोत सरकार पर गंभीर आरोप लगाए। राठौड़ ने कहा कि कांग्रेस के स्थान पर प्रदेश की पुलिस भाजपा के साथ चुनाव लड़ रही है। प्रदेश सरकार द्वारा निकाय चुनाव में पुलिस का दुरुपयोग किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि परोक्ष रूप से कांग्रेस पार्टी के हाथ के पंजे चुनाव चिन्ह की जगह पुलिस का निशान होना चाहिए। उन्होंने कहा कि किसान आंदोलन में राजनीति की जा रही है। विपक्षी पार्टियां किसानों को गुमराह कर उनके कंधे पर बंदूक रखकर चला रही है। पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे को लेकर कहा कि वह प्रदेश की बड़ी एवं शीर्ष नेता है और वह भाजपा के साथ हैं। प्रेस वार्ता में उप नेता प्रतिपक्ष राजेंद्र सिंह राठौड़ ने कहा कि 20 दिसम्बर 2020 को धौलपुर में निकाय चुनाव होने जा रहे हैं। यह चुनाव सत्तारूढ़ दल कांग्रेस करवाना नहीं चाहता था। उच्चतम न्यायालय के दखल के बाद प्रदेश सरकार ने चुनाव कराए हैं।
वार्ड एवं पंचायत के परिसीमन में ही कांग्रेस की बदनीयत सामने आ गई- राठौड़
बता दें कि उन्होंने कहा कि वार्ड एवं पंचायत के परिसीमन में ही कांग्रेस की बदनीयत सामने आ गई थी। कांग्रेस पार्टी ने पंचायत एवं निकाय चुनाव में काबिल होने के लिए वार्ड एवं पंचायतों का मनमाफिक परिसीमन किया था। लेकिन पंचायती राज संस्थाओं के 21 जिलों में कांग्रेस पार्टी को को नकार दिया गया। सिर्फ 5 जिलों में कांग्रेस पार्टी सिमट कर रह गई। उसके बावजूद कांग्रेस बोल रही है कि जनादेश हमारे पक्ष में हैं। निकाय चुनाव को लेकर उन्होंने कहा कि कल संपन्न होने वाला चुनाव चुनाव कांग्रेस बनाम भारतीय जनता पार्टी के बीच ना होकर राजस्थान पुलिस बनाम भारतीय जनता पार्टी के बीच हो रहा है। उन्होंने कहा कि शासन एवं प्रशासन का इतना नंगा नाच उन्होंने अपने 35 वर्ष के राजनीतिक कैरियर में नहीं देखा है। उन्होंने कहा कि राजाखेड़ा नगर पालिका चुनाव में पूर्व विधायक मनोरमा सिंह के दो पुत्रों को पुलिस ने इसलिए बंद कर दिया कि राजाखेड़ा नगरपालिका में भारतीय जनता पार्टी का बर्चस्व नहीं हो,बाड़ी नगर पालिका में पुलिस संरक्षण में थाने के अंदर बैठा कर उम्मीदवारों का विड्रोल करवाया गया। ऐसा प्रदेश में पहली बार हो रहा है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस के हाथ के पंजे के निशान के स्थान पर पुलिस का निशान रहता तो अच्छा रहता। क्योंकि निकाय चुनाव को परोक्ष रूप से पुलिस लड़ रही है। उप नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि निकाय चुनाव सरकार मजबूरी में करा रही है। सत्तारूढ़ दल ने इस चुनाव में नंगा नाच किया है। उन्होंने कहा कि भाजपा के चुने हुए पार्षदों को भाजपा के शिविर में नहीं जाने दे रहे हैं। धौलपुर के डीएसपी मीणा बिना सर्च वारंट के छापेमारी का काम कर रहे हैं। धौलपुर जिला अपराधियों का गढ़ बन गया है।
राजस्थान सरकार हर मोर्चे पर विफल हो चुकी है- राजेंद्र सिंह राठौड़
इसके साथ ही उन्होंने आगे कहा कि मौजूदा वक्त में धौलपुर जिला बजरी माफियाओं का शहगाह बन गया है। जिले में हत्या के मामले हो रहे है और अपराधी पुलिस की गिरफ्त से लगातार बाहर बने हुए हैं। उसके बाद जिले का पूरा पुलिस तंत्र पार्षदों को ढूंढने में लगा हुआ है। उन्होंने कहा कि इसकी बुनियाद उस समय रख दी गई थी जब पहली बार नगर परिषद के चुनाव हो रहे थे। तब हाइब्रिड सिस्टम इंटर ड्यूज करने की कोशिश मंत्री द्वारा की गई थी। उन्होंने कहा कि यह पहली बार हुआ है,जब पार्षदों के चुनाव के बाद एक सप्ताह बाद चेयरमैन और वाइस चेयरमैन के चुनाव हो, हॉर्स – ट्रेडिंग करने का मौका सत्ता दल को मिल जाए। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार द्वारा लोकतंत्र को अपमान करने का काम किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि यह सिद्ध हो चुका है कि राजस्थान के सिर्फ 32 प्रतिशत लोगों ने माना है कि सरकार काम कर रही है। उसके अलावा अन्य जनादेश ने सरकार को नकार दिया है। राजस्थान सरकार हर मोर्चे पर विफल हो चुकी है। राजस्थान प्रदेश में पहली बार कानून मुद्दा बनकर सामने आया है। नेशनल क्राइम ब्यूरो की रिपोर्ट ने यह सिद्ध कर दिया कि राजस्थान में आम आदमी ना सुरक्षित है, राजस्थान के नीम का थाना की घटना को लेकर कहा कि डोलिया लूटे जाने तक का काम राजस्थान में हो रहा है।
21 प्रतिशत अपराधों की बढ़ोतरी ने यह सिद्ध कर दिया कि मुख्यमंत्री अपने विभागों को संभालने में नाकाम साबित रहे हैं। 2 वर्ष तक सरकार सिर्फ विचार करती रही है। दिल्ली में बैठ कर कि सरकार बने कैसे,दूसरी बस यह विचार चलता रहा कि सरकार बचे कैसे, राठौड़ ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी शुरू से स्वतंत्र लोकतंत्र के पक्ष में रही है।
उन्होंने कहा कि धौलपुर के निकाय चुनाव निष्पक्ष हो इसके लिए धौलपुर जिला कलेक्टर को ज्ञापन दिया हैं।
निकाय चुनाव को निष्पक्ष निर्भीक एवं भयमुक्त संपन्न कराने की मांग-
उन्होंने कहा कि इन मुद्दों को लेकर सड़क से लेकर सदन तक लड़ाई की जाएगी। राजस्थान प्रदेश एवं धौलपुर में पहली बार पुलिस का इतना बड़ा राजनीतिकरण हो रहा है। भारतीय जनता पार्टी इस सिस्टम का पुरजोर विरोध करती है। उन्होंने जिला प्रशासन को आगाह करते हुए कहा कि कल निष्पक्ष चुनाव होना चाहिए। भारतीय जनता पार्टी के जो निर्वाचित पार्षद हैं, कौन उनको अगवा करके ले गया, उसका सवाल जिला निर्वाचन विभाग से किया जाएगा। भारतीय जनता पार्टी के निर्वाचित पार्षदों पर द्वारा छापेमारी की जा रही है। उन्होंने कहा कि राजाखेड़ा एवं बाड़ी नगर नगरपालिका में जो पुलिस एवं प्रशासन ने किया है,उसकी पुनरावृत्ति धौलपुर नगर परिषद चुनाव में नहीं की जाएगी। इसका लोकतांत्रिक तरीके से पुरजोर विरोध किया जाएगा। मीडिया के सवाल पर कहा कि आधा दर्जन भारतीय जनता पार्टी के पार्षद अलग-अलग स्थानों पर अगवा कर रखे गए। अगवा पार्षद के परिजनों से भी संपर्क किया गया है वह भी अनविज्ञ है। प्रेस वार्ता के बाद नेता प्रतिपक्ष राजेंद्र सिंह राठौड़ के नेतृत्व में जिला निर्वाचन अधिकारी एवं कलेक्टर राकेश कुमार जायसवाल को ज्ञापन दिया गया। जिला प्रशासन को दिए गए ज्ञापन के माध्यम से नेता प्रतिपक्ष ने निकाय चुनाव को निष्पक्ष निर्भीक एवं भयमुक्त संपन्न कराने की मांग की है।