नई दिल्ली। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ ने विकास मिश्रा के तबादले पर प्रश्न उठाया है और कहा है कि इसकी निष्पक्ष जांच होनी चाहिए, उसके बाद उसका तबादला करना चाहिए था। आपको बता दें कि यह वही विकास मिश्रा है जो लखनऊ के पासपोर्ट ऑफिस में थे और जिन पर आरोप है कि उन्होंने एक जोड़े को धर्म के आधार पर पासपोर्ट देने से मना कर दिया था।
आपको यह बता दें कि उन पर आरोप है कि उन्होंने युवक को फेरे लेने के लिए कहा और लड़की से बदतमीजी से बात की और उसकी शादी को लेकर कई प्रश्न उठाए । आरएसएस के लीडर राजीव तुली ने कहा की जब मुद्दा उठ ही गया है तो इसका निष्पक्ष जांच होना चाहिए, और गलत पाए जाने पर एक्शन लिया जाना चाहिए।ऐसे किसी पर एक्शन लेना उचित नहीं है ।
आपको बताते चलें कि तानी सेठ और मोहम्मद अनस सिद्दीकी पासपोर्ट ऑफिस में पासपोर्ट लेने गए थे और उन्होंने आरोप लगाया कि विकास मिश्रा ने उनके साथ बदतमीजी की है और पासपोर्ट देने से मना किया है ।कंप्लेन के बाद उन्हें पासपोर्ट दे दिया गया और विकास मिश्रा का तबादला गोरखपुर हो गया।