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एशियन गेम्स के समापन समारोह में रानी रामपाल रहीं भारत की ध्वजवाहक

रानी राम पाल एशियन गेम्स के समापन समारोह में रानी रामपाल रहीं भारत की ध्वजवाहक

भारतीय टीम की अगुवाई महिला हॉकी टीम की कप्तान रानी रामपाल ने की।वह एशियन गेम्स में कल भारत की ध्वजवाहक रहीं।आपको बता दें कि रानी रामपाल के लिए यह यादगार खेल रहे। जिसमें उन्होंने अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करते हुए 15 स्वर्ण, 24 रजत और 30 कांस्य पदक समेत कुल 69 पदक हासिल किए।इंडोनेशिया ने 2 सितम्बर को विदाई समारोह में भावुक होते हुए 18वें एशियाई खेलों को विदाई दी। इस 15 दिवसीय प्रतियोगिता का उसने बेहद सफल आयोजन किया।समापन समारोह के दौरान भारी बारिश के बावजूद हजारों की संख्या में दर्शक समारोह में शामिल हुए।

 

रानी राम पाल एशियन गेम्स के समापन समारोह में रानी रामपाल रहीं भारत की ध्वजवाहक
एशियन गेम्स के समापन समारोह में रानी रामपाल रहीं भारत की ध्वजवाहक

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दो घंटे के समापन समारोह के लिए स्टेडियम में लोगों का भारी सैलाब उमड़ा

आपको बता दें कि गेलोरा बुंग कर्णों स्टेडियम की क्षमता 76000 दर्शकों की है। लेकिन जब वहां ट्रैक एवं फील्ड स्पर्धाओं का आयोजन हो रहा था तब इसे देखने के लिए काफी लोग मौजूद नहीं थे। लेकिन हर्ष से भरे दो घंटे के समापन समारोह के लिए स्टेडियम में लोगों का भारी सैलाब उमड़ा।समारोह में बॉलीवुड के प्रति इंडोनेशिया का प्यार भी देखने को मिला।जब गायक सिद्धार्थ स्लाथिया और देनादा ने ‘कोई मिल गया कि ‘कुछ कुछ होता है’ और ‘जय हो’ जैसे लोकप्रिय गाने गाए।

उम्मीद के मुताबिक समापन समारोह, उद्घाटन समारोह जैसा विशाल नहीं था

इस सब के बावजुद भी कहा जा सकता है कि उम्मीद के मुताबिक समापन समारोह, उद्घाटन समारोह जैसा विशाल नहीं था। आपको बता दें कि उद्घाटन समारोह में इंडोनेशिया के राष्ट्रपति जोको विडोडो ने आयोजन स्थल पर बाइक स्टंट के साथ प्रवेश करते हुए सुर्खियां में छा गए थे।लेकिन गाने, नृत्य और पटाखों के कारण मंनोरंजन की भरमार थी।

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गौरतलब है कि आयोजकों के लिए यह कड़े और सफल अभियान का अंत रहा। जिन्हें वियतनाम के हटने के बाद बहु खेलों वाली इस दुनिया की दूसरी सबसे बड़ी खेल प्रतियोगिता की तैयारी के लिए चार साल का समय मिला था। इस प्रतियोगिता के इतिहास में पहली बार जकार्ता और पालेमबांग के रूप में दो शहरों ने सह मेजबान के रूप में प्रतियोगिता का आयोजित की।

आयोजन समिति आईएनएएसजीओसी प्रमुख एरिक थोहीर ने कहा  कि सभी ने समर्थन दिया है।यह सबसे महत्वपूर्ण है। पूरा इंडोनेशिया एक हो गया और खेलों का समर्थन किया। मार्च 2016 से ही हमारे पास योजना थी। एक संगठन के रूप में आपने सुनिश्चित किया कि हम इस योजना को लागू करें।मालूम हो कि इंडोनेशिया 1962 के बाद पहली बार एशियाई खेलों का आयोजन कर रहा था। और इस सफल आयोजन से देश को 2032 ओलंपिक की दावेदारी करने का आत्मविश्वास प्राप्त हुआ है।

एशियन गेम्स के समापन समारोह में एशिया की संयुक्त भावना को दिखाया गया।जिसमें भारत,चीन और कोरिया के कलाकारों ने प्रस्तुति दी। भारत के सिद्धार्थ उन छह गायकों में उपस्थित थे। जिन्होंने अपनी स्थानीय भाषा में खेल के गान को गाया।प्रतिष्ठित गायक इकोन और कोरिया के सुपर जूनियर के अलावा स्थानीय गायकों इसयाना सरस्वती, दिरा सुगांदी, आरएएन और बुंगा सित्रा लेस्तारी ने खूब दर्शकों का मनोरंजन कराया।

महेश कुमार यदुवंशी

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