मेरठ। देशभर में इन दिनों रामलीला का मंचन चल रहा है लेकिन आज हम आपको दिखाते हैं रावण की चीयर गर्ल्स। जिस तरह से आईपीएल मैच में चीयर गर्ल्स डांस करती हैं उसी तर्ज पर रावण को खुश करने के लिए भी रामलीला के मंच पर डांस प्रस्तुत किया जाता है और वह भी फिल्मी गानों पर। मेरठ में रामलीला के मायने ही बदल गए है, यहां पब्लिक से लेकर कलाकार सब के मिजाज बदले हुए दिखाई दे रहे है, रामलीला में जमकर रासलीला हो रही है। आज आपको दिखाएंगे मेरठ में जो रामलीला हो रही है उसमंे किस तरह से महिलाओं से फिल्मी गानो पर अश्लील डांस कराया जा रहा है और रावण से लेकर मेघनाथ व सेनापति तक सभी डांसर के साथ न केवल ठुमके लगा रहे है, बल्कि डांसर के ऊपर नोटों की बारिश भी कर रहे है।
देखिए इस रामलीला को ये रामलिला मेरठ के रजबन में हो रहीं है, लेकिन इसको देखकर कही से भी ऐसा नहीं लगेगा कि ये रामलीला हो रहीं है, बल्कि इसके मंच पर हो रहे फिल्मी गांने पर महिलाओं के इस फूहड़ डांस से तो ऐसा लग रहा है कि ये कोई प्राईवेट प्रोग्राम चल रहा है, और इस तरह के आयोजन तो आम हो चुके है, इसमें कोई खबर जैसी बात नहीं है, लेकिन इस प्रोग्राम को हम अपको इस लिए दिखा रहे है, क्योंकि ये अश्लीलता रामलिला के नाम पर परोसी जा रहीं है। अब रामलिला जैसे धार्मिक आयोजन जो तब से अब तक यानी कलयुग तक परम्परागत होता आ रहा है, जिसमें सांस्क्रतिक और समाजिक संदेश निकलता है, जिसको देखकर बच्चों को राम जी की कहानी बताई जाती है, लेकिन यहां राम जी की असत्या पर सत्य की जीत जैसा कोई संदेश नहीं निकल रहा है।
यहां रामलिला के नाम पर रासलीला की जा रहीं है, इसमें जो कलाकर अभिनय कर रहे हैं उन्हे देखें, वो किस तरह महिला को नचाते है, और अपने हाथो में जाम की तरह कोल्ड़ड्रिंक का पैक लेकर पी रहे है और डांसर को पिला रहे हैं। बच्चा देखेगा तो सोचेगा कि रामलीला में शराब का सेवन होता है, इतना ही नही रावण से लेकर मेघनाथ तक अपने सिंहासन से उठकर आते है और डांसर के साथ ठुमके लगाकर उसपर नोटों की बारिश भी करते है, कही से भी रामलीला जैसा कोई एंगल इस रामलीला में नही दिखाई दे रहा है, जबकि यहां रामलीला देखने के लिए हर वर्ग बूढ़े बच्चो से लेकर महिलाए भी मौजूद थी, अब इतने लोग रामलीला देखने आए है, और यहां से जो अपने मन में रामलीला की भावना लेकर जाएंगे वो काफी गंभीर विषय है, क्यूंकि रामलीला के नाम पर इस तरह का डांस किया जाना भी बड़े सवाल खड़ा करता है। कुल मिलाकर रामलीला के मायने बदलते हुए दिखाई दे रहे है।
(राहुल गुप्ता, संवाददाता)