बजट सत्र के दूसरे दिन आज विधानसभा में 11:00 बजे उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल का अभिभाषण हुआ। उसके बाद उत्तर प्रदेश विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष रामगोविंद चौधरी ने अपना भाषण शुरू किया। जिसमें उन्होंने किसान बिल के विरोध में योगी सरकार पर जमकर हमला बोला।
रामगोविंद चौधरी ने कहा किसानों को ऐसे घेरा जैसे भारत चीन सीमा
नेता प्रतिपक्ष रामगोविंद चौधरी ने किसान आंदोलन पर बोलते हुए कहा कि ये लोग कह रहे है वहाँ किसान जलेबी खा रहे है, अगर वह पैदा कर रहे है तो कौन खायेगा, बढ़े तेल के दाम पर बोले, लोगो की हालत खराब है, लेकिन चैनल और अखबार धड़ाधड़ दिखा रहे है सब ठीक है, किसान को ऐसे घेर लिया है जैसे चीन और पाकिस्तान के बॉर्डर पर हो।
राजा मौज कर रहे , किसान मर रहा है
मुख्य्यमंत्री की तरफ संबोधित करते हुए विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष रामगोविंद चौधरी ने कहा की किसान मर रहे है राजा मौज कर रहे है , राजा बैठे है मेरे सामने, किसान मारे जा रहे है, 200 किसान शहीद हो गए है,आपसे मैं यह आग्रह कर रहा हूँ आपके माध्यम से सरकार से की हिंदुस्तान में किसान अन्न पैदा करता है। अगर किसान यह कानून नहीं चाहता तो इसे वापस लिया जाय। 1965 में सबसे पहले गेंहू का समर्थन मूल्य शुरू हुआ था, जो कारखाने में समर्थन मूल्य होता है। वह मैक्सिम होता ही जबकि जो किसान पैदा करता है। उसे न्यूनतम समर्थन मूल्य दिया जाता है, कारखाने का समर्थन मूल्य मालिक तय करता है। जबकि किसानों का समर्थन मूल्य सरकार तय करती है।सरकार नही चाहती किसानों के बच्चे पढ़ाई करे अधिकारी बने, किसान की आय दूना करने की बात करते है, एक किसान ट्यूबेल लगाया है तो उससे विजलेंस का छापा मारकर तीन लाख पांच लाख का जुर्माना कर रही है, जबकि सरकार कह रही है दोगुना करेगी किसान की आय।
आंदोलनजीवी पर भी बोले नेता प्रतिपक्ष रामगोविंद
राम गोविंद चौधरी आन्दोलनजीवी पर बोलते हुए कहा अगर लोगो ने आंदोलन नही किया होता तो यह देश आजाद नही हुआ होता। गाँधीजी ने कहा था इस देश का प्रधानमंत्री किसान होना चाहिए, इतने दिन बाद यह खड़यंत्र रचा गया। किसान को अन्नदाता के रूप में माना जाय और एमएसपी पर कानून बनाया जाय।