बिहार – सच कहा गया है कि राजनीति में लंबे समय तक कोई ना ही दोस्त रहता और ना ही दुश्मन। विधानपरिषद में एक समय ऐसा भी आया जब राजद के विधान पार्षद रामबली सिंह ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के कार्यो की सराहना की। यह वाकई आश्चर्यजनक रहा। क्योंकि लालू यादव की पार्टी राजद बीजेपी और भगवा की हमेशा धुर राजनीतिक विरोधी रही है।
नीति आयोग की बैठक के दौरान कही ये बाते –
नीति आयोग की बैठक में उन्होंने कोरोना काल में पलायन कर आ रहे लोगों की सुविधा का मसला उठाया। इसी बीच उन्होंने पड़ोसी राज्य के सीएम की तारीफ की। सत्ता पक्ष के पार्षदों ने सीएम का नाम लेने को कहा तो उन्होंने साफ़ कहा कि – उत्तरप्रदेश के मुख्यमंत्री योगी जी। फिर बोले, अच्छा काम होगा, तो वह भी तारीफ करेंगे। उन्होंने नीति आयोग की बैठक के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बिहार के सीडी रेशियो को ठीक करने और जातीय जनगणना से जुड़े मुद्दों का समर्थन किया। साथ ही बता दे कि विधानपरिषद के दूसरे सत्र में सत्ता पक्ष और विपक्ष में तीखी नोक-झोंक भी हुई। सभापति अवधेश नारायण सिंह के समझाने के बाद भी सत्तापक्ष और विपक्ष के बीच गरमागरमी जारी रही तो सत्ता पक्ष की ओर से इसे सदन का अपमान बताया जाने लगा।
मंत्री अशोक चौधरी ने रामचंद्र पूर्वे को दिया जवाब –
साथ ही बता दे कि विधानपरिषद में रामचंद्र पूर्वे ने जब पटना विवि की नैक ग्रेडिंग पर सवाल उठाया तो सत्ता पक्ष की ओर से मंत्री अशोक चौधरी ने कहा कि आपलोग चरवाहा स्कूल खोले थे, तो खराब रैंकिंग क्यों नहीं आएगी। धीरे-धीरे सुधार हो रहा है। इस पर विपक्ष से आवाज आई कि आप भी तो लंबे समय तक उसी में रहे थे। जिसके साथ ही अशोक चौधरी हल्की मुस्कान के साथ फोन देखने लगें। विधान परिषद का दूसरा सत्र शुरू होने के थोड़ी देर बाद ही सभापति अवधेश नारायण सिंह थोड़ी देर के लिए सदन से बाहर चले गए। उनकी जगह कार्यकारी सभापति के तौर पर भाजपा के नवल किशोर यादव ने कमान संभाली। इस दौरान बोल रहे रामचंद्र पूर्वे ने कुर्सी पर बदला चेहरा देखकर कहा कि चाइल्ड इज द फादर ऑफ द नेशन। इसके साथ ही सदन में खिलखिलाहट बिखर गई। राजद के सुबोध कुमार ने कहा कि आइजीआइएमएम में बिना पैरवी के बेड नहीं मिलता है। कई बार तो पैरवी भी नहीं सुनी जाती। उन्होंने सदन में बैठे स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय की ओर इशारा करते हुए कहा कि मंत्री जी भी ऑफ द रिकॉर्ड इस बात से संतुष्ट नहीं होंगे। इस पर भी खूब खिलखिलाहट बिखर गयी।