लखनऊ। दिवंगत फूलन देवी की बहन रुक्मणी देवी सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव की मौजूदगी में समाजवादी पार्टी में शामिल हुईं। रुक्मणी देवी निषाद पहले प्रगतिवादी मानव पार्टी में थीं और विगत कई वर्षों से राजनीति करने का अनुभव भी है। आपको बता दें कि आज पूर्व सांसद रमाकांत यादव के साथ सैकड़ों कार्यकर्ताओं ने समाजवादी पार्टी का दामन थाम लिया है।
बता दें कि रमाकान्त यादव 2019 के लोकसभा चुनाव से पहले कांग्रेस में शामिल हो गए थे, लेकिन हाल ही में वो पार्टी से निष्कासित कर दिए गए थे। समाजवादी पार्टी में शामिल होने के बाद मीडिया से बात करते हुए कहा कि ऐसा लगता है कि घर आना है।
फूलन देवी की बहन रुक्मणी देवी ने सपा ज्वाइन करने के बाद कहा कि अखिलेश उनका छोटा भाई है और सभी को पार्टी के लिए उन्हें 2022 के विधानसभा चुनाव में फिर से राज्य का सीएम बनाने के लिए काम करना चाहिए।
रुकमणी देवी के प्रवेश के साथ, सपा को अन्य पिछड़ी जातियों (ओबीसी) श्रेणी में लाभ होगा, जो निषाद समुदाय से है क्योंकि यूपी के कई जिलों में उनकी उपस्थिति है। निषाद और यादव के सपा प्रमुख के रूप में पार्टी में शामिल होने पर बोलते हुए कि परिवार बड़ा हो रहा है जो बताता है कि सपा 2022 के यूपी चुनाव में योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व वाली भाजपा सरकार को राज्य से हटा देगी। 2017 के चुनावों में, समाजवादी पार्टी 403 सदस्यीय विधानसभा में केवल 47 सीटें हासिल करने में सफल रही, जबकि भगवा पार्टी को 312 सीटें मिलीं।