अयोध्या। श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र के महामंत्री चंपतराय ने गुरुवार को कहा कि अयोध्या में भगवान श्री राम के जन्म स्थान पर 2025 तक भव्य राम मंदिर का निर्माण पूरा हो जाएगा। चंपत राय ने बताया कि मंदिर का गर्भ गृह वर्ष 2023 के अंत बन जायेगा। गर्भ गृह का निर्माण होने के बाद श्रद्धालु रामलला के दर्शन कर सकेंगे। अयोध्या में राम मंदिर निर्माण समिति की दो दिवसीय बैठक खत्म हो गई। बैठक में नृपेंद्र मिश्र की अध्यक्षता में छोटे छोटे पहलुओं पर विस्तार से चर्चा की गई।
चंपत राय ने कहा कि मंदिर परिसर के बाहर का जो बाकी अयोध्या का क्षेत्र है उसे मंदिर निर्माण की किसी योजना से दिक्कत का सामना ना करना पड़े इसका पूरा ध्यान रखा जाएगा। सारा परिसर पर्यावरण के अनुकूल होगा। सीवर और वाटर ट्रीटमेंट का पूरा ध्यान रखा जाएगा।पानी से बचाव के लिए 3 दिशाओं में रिटेनिंग वॉल भी लगाई जाएगी। मंदिर के आसपास ज्यादा से ज्यादा पेड़ लगाए जाएंगे ताकि अंदर का तापमान प्राकृतिक रूप से ठीक-ठाक बना रहे।
परकोटे में जोधपुर के पत्थरों का होगा इस्तेमाल
बैठक में इस बात पर चर्चा हुई कि पर कोटे में जोधपुर के पत्थरों का इस्तेमाल किया जाएगा। ईद का इस्तेमाल कम से कम किया जाएगा। दिव्यांग और बुजुर्गों की सुविधा के लिए एक कल से दूसरे तल पर जाने के लिए लिफ्ट लगाई जाएगी। मंदिर में कितने चौखट होंगे वह चौखट मकराना के बहुत कुछ पार्टी की सफेद मार्बल से बनेंगे।
चंपत राय ने बताया कि आगामी 05 अगस्त को हम सुरक्षा से संबंधित लोगों से बातचीत करके मीडिया को वर्किंग साइड मशीनें कैसे काम कर रही हैं कैसे फीलिंग हो रही है कैसे रोलर कांप्लेक्शन हो रहा है यह दिखाया जाएगा। इसके लिए सुरक्षा अधिकारियों से बातचीत करते उनकी अनुमति लेंगे सुरक्षा के लिए जो आवश्यक चेकिंग है उतना चेकिंग कराने के बाद अपने कैमरे से अंदर रिकॉर्डिंग कर लें। इसके लिए सभी इंजीनियर सहमत हो गए हैं अब सुरक्षा से बातचीत करनी बाकी है।