शुक्रवार को डेरा प्रमुख राम रहीम पर पंचकूला में सीबीआई की विशेष अदालत ने फैसला सुनाया और उन्हें दोषी करार दिया है। जिसके बाद कोर्ट से राम रहीम को सीधे अंबाला लेकर जाया गया है। 28 अगस्त को राम रहीम पर सजा के लिए सुनवाई होगी और अभी वह सेना की कस्टडी में रहेंगे। गुरमीत राम रहीम पर यौन शोषण का आरोप सिद्ध होने के बाद उनके समर्थकों में भी खासा रोष देखा गया।
इतना ज्यादा हंगामा डेरा समर्थकों द्वारा मचाते हुए देख दिल्ली में भी पुलिस को हाई अलर्ट पर कर दिया गया है। इसके साथ हरियाणा में जगह जगह पर कोर्ट के फैसले के बाद हंगामा किया जा रहा है। लोग आगजनी मचाने के बिल्कुल भी बाज नहीं आ रहे हैं। सड़कों पर लोगों के आने के कारण आम लोगों को भी भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। पुलिस और सेना भी उग्र हुई भीड़ के सामने बेबस नजर आ रही है। वाटर केनन के साथ पुलिस आंसू गैस के गोल के गोले तथा और भी बल का इस्तेमाल कर रही है। लेकिन फिर भी पंचकूला में हालात बेहद ही खराब हो गए हैं।
पंचकूला में लोगों ने मीडिया की गाड़ियों को निशाना बनाया इस दौरान मीडिया कर्मी को काफी गंभीर चोटें आई है। लेकिन देखने वाली बात यह है कि पुलिस द्वारा कहा जा रहा था कि पुलिस किसी भी तरह की परिस्थिति ने निपटने के लिए पूरी तरह से तैयार है, बावजूद इसके पुलिस उग्र हुई भीड़ के सामने बेबस नजर आ रही है। फैसला आने के बाद हालात अतिसंवेदनशील हो गए हैं। आलम तो यह है कि अब पुलिस को लाठीचार्ज करना पड़ गया है लेकिन पुलिस द्वारा बल प्रयोग करने के बाद भी पुलिस कुछ नहीं कर पा रही है। भीड़ में राम रहीम के समर्थक अलग-अलग हथियारों के साथ पुलिस तथा मीडिया पर हमला कर रहे हैं।
धारा 144 लागू होने के बाद भी इतनी भारी मात्रा में लोग पहुंचे इसपर काफी सारे सवाल उठाए जा रहे थे। जिसको लेकर कोर्ट द्वारा यह साफ कर दिया गया था कि अगर किसी भी तरह का जान-माल का नुकसान होता है तो इसके लिए डीजीपी जिम्मेदार होंगे। बता दें कि फैसला सुनाने के बाद भीड़ इतनी ज्यादा उग्र हो गई है कि वह मीडिया पर क्या पुलिस पर भी हमला करने से बाज नहीं आ रहे हैं। पुलिस पर भी समर्थक पत्थरों से हमला कर रहे हैं। इस दौरान खबर है कि कई मीडिया कर्मी तथा पुलिस भी उग्र भीड़ का शिकार हुए हैं। इस दौरान उन्हें गंभीर चोटें भी आई हैं।