नई दिल्ली/लखनऊ। सपा संग्राम में सोमवार को चुनाव आयोग के सामने अपना पक्ष रख चुके मुलायम सिंह यादव के बाद मंगलवार को अखिलेश की तरह से प्रो.रामगोपाल यादव चुनाव आयोग के सामने अखिलेश का पक्ष रखा। चुनाव आयोग के सामने अखिलेश का पक्ष रखने के लिए रामगोपाल के साथ नरेश अग्रवाल भी मौजूद रहे।
चुनाव आयोग के अधिकारियों से मुलाकात करने के बाद रामगोपाल यादव ने मीडिया से मुखातिब होते हुए कहा कि असली सपा पार्टी वही है जहां पर अखिलेश यादव हैं। उन्होंने दावा किया कि प्रदेश के 99फीसदी विधायक अखिलेश के पक्ष में है।
आजम से नहीं मिले मुलायम
सपा में अखिलेश यादव और मुलायम सिंह यादव के बीच छिड़े सियासी संग्राम के बीच आजम खान दिल्ली में मुलायम सिंह यादव से मिलने के लिए पहुंचे। एक तरफ आजम खान दिल्ली आए तो मुलायम सिंह लखनऊ के लिए रवाना हो गए, जिसके कारण दोनों नेताओं की मुलाकात नहीं हो सकी। दिल्ली में मीडिया से मुखातिब होते हुए आजम ने कहा कि वो पार्टी में सुलह कराने की पूरी कोशिश करेंगे।
उन्होंने यह भी कहा कि सपा में छिड़े संग्राम से प्रदेश का मुसलमान वर्ग नाराज है लेकिन फिर भी वो पार्टी के साथ खड़ा है। साथ ही उन्होंने कहा कि अभी भी सारे दरवाजे बंद नहीं हुए है वो पार्टी में सुलह कराने की पूरी कोशिश करेंगे।
साइकिल निशान हो सकता है फ्रीज
अगर मामला नहीं सुलझता हुआ दिखाई पड़ा और समझौता नहीं होता है तो चुनाव आयोग सपा का निशान साइकिल को फ्रीज कर दिया जाएगा। ऐसी स्थिति में दोनों गुटों को अलग-अलग चुनाव चिंह मिलेंगे और जीतने वाले को बाद में साइकिल का निशान दिया जाएगा।
आंध्र और तमिलनाडु में हो चुका है विवाद
इस तरह का मामला पहले भी आयोग के सामने आ चुका है, जिसमें आंध्र प्रदेश और तमिलनाडु में पार्टियों को लेकर विवाद शुरू हुआ था। आयोग ने दो राज्यों में अलग-अलग चुनाव निशान दिए थे और बाद में जीतने वाली पार्टी चंद्रबाबू नायडू को साइकिल और तमिलनाडु में जय ललिता को दो पत्तियां का चुनाव निशान वापस दिया गया था।