नई दिल्ली। एक बार फिर जाट आरक्षण की आग हरियाणा में सुलगने लगी है। आरक्षण की मांग को लेकर आने वाले रविवार को राज्य में दो रैलियां प्रस्तावित हैं। इन रैलियों को देखते हुए और रोहतक जाट आंदोलन की आग देखते हुए राज्य सरकार और प्रशासन ने अभी से अपनी कमर कस ली है। राज्य के 11 जिलों में प्रशासन ने अपनी चुस्ती बढ़ा दी है। जींद, भिवानी, हिसार, फतेहाबाद, करनाल, पानीपत, कैथल, सोनीपत, झज्जर, रोहतक और चरखी दादरी में खासा प्रशासन चौकन्ना है। इन जिलों में मोबाइल-इंटरनेट सेवाओं को प्रतिबंधित कर दिया गया है।
हरियाणा में जाट आरक्षण की मांग को लेकर जींद में सांसद राजकुमार सैनी एक रैली कर रहे हैं। यह रैली ओबीसी कोटे में 35 फीसदी आरक्षण को लेकर की जा रही है। वहीं दूसरी रैली यशपाल मलिक कर रहे हैं। ये जाटआरक्षण की मांग के दौरान हुए आंदोलन के वक्त गिरफ्तार हुए लोगों की रिहाई की गुहार कर रहे हैं। लेकिन रैली का आगाज होने के पहले ही विरोध के स्वर गूंजने लगे हैं। रैली के पहले ही सैनी का विरोध होने लगा बीते शुक्रवार को जाट नेता संदीप भारती ने धरना-प्रदर्शन शुरू कर दिया। जिसके बाद पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच तीखी झड़पें भी हुई।
अब इन दोनों प्रस्तावित रैलियों को देखते हुए प्रशासन ने अपनी कमर अभी से ही कसनी शुरू कर दी है। एहतियात के तौर पर सरकार ने अधिक से अधिक सुरक्षाबलों को तैनात करने का आदेश दिया है। राज्य में सभी पुलिस मुख्यालयों को अलर्ट पर रखते हुए सभी छुट्टियां रद्द कर दी गई हैं। इसके साथ ही जहां रैलियां प्रस्तावित की गई हैं । एहतियात के तौर पर धारा 144 लगा दी गई है।