भाई-बहन के पवित्र बंधन का पर्व है रक्षाबंधन। हिंदू धर्म में इसका विशेष महत्व होता है। हर साल सावन मास की पूर्णिमा तिथि पर रक्षाबंधन का त्योहार मनाया जाता है। इस दिन बहने भाई की कलाई पर राखी बांधकर अपनी रक्षा का वचन लेती हैं।
वहीं भाई राखी बांधने के मौके पर बहनों को उपहार देते हैं। इस साल रक्षाबंधन 11 अगस्त से शुरू होकर 12 अगस्त सुबह तक चलेगा। रक्षाबंधन के पर्व में राखी बांधने से पहले बहनें पूजा की थाली तैयार करती हैं। पूजा की थाली में 5 चीजों का होना जरूरी है। आइए जानते हैं सामग्री की सूची…
राखी
रक्षाबंधन की थाली में सबसे पहले जरूरी और महत्वपूर्ण चीज होती है राखी। इसलिए पहले से ही इसका इंतजाम किया जाता है। पूजा की थाली में राखी का होना बहुत जरूरी है।
रोली
रक्षाबंधन के भाई का तिलक सबसे पहले किया जाता है। जिसके लिए रोली को शुभ माना जाता है। तिलक लगाने के लिए रोली की जरूरत पड़ती है। वैसे भी हिंदू धर्म में किसी भी शुभ कार्य से पहले तिलक लगाने की परंपरा है।
चावल
रोली के तिलक के बाद भाईयों के माथे पर चावल लगाया जाता है। जिसे अक्षत भी कहते हैं। रक्षाबंधन के दिन पूजा की थाली में चावल जरूर रखें।
दीपक
रक्षाबंधन के पावन पर्व पर बहने भाईयों की आरती उतराती हैं। जिसके लिए दीपक की जरूरत होती है। इसलिए पूजा की थाली में दीपक को जरूर रखें।
मिठाई
त्योहारों हो और मिठाई न हो तो ऐसा हो ही नहीं सकता है। रक्षाबंधन के पावन पर्व में बहनें भाई को मिठाई खिलाती हैं। पूजा की थाली में मिठाई बेहद जरूरी मानी गई है।
राखी बांधते समय इस मंत्र को पढ़ें-
ॐ येन बद्धो बली राजा दानवेन्द्रो महाबल:। तेन त्वामभि बध्नामि रक्षे मा चल मा चल।