नई दिल्ली। बिहार की राजनीति में बदलाव के चलते जेडीयू से असंतुष्ट नेता शरद यादव और अली अनवर से राज्यसभा सचिवालय ने उनकी पार्टी की उस याचिका पर जवाब मांगा है जिसमें शरद यादव ने पटना में विपक्ष की रैली में भाग लेने के बाद जेडीयू राज्यसभा के स्थापित वेंकैया नायडू से दोनों को आरोग्य घोषित करने का अनुरोध किया था। शरद के साथ आरजेडी की रैली में अनवर भी सामिल थे। जेडीयू के महासचिव संजय झा का कहना है कि ये चलन तो पहले से चलता आ रहा है कि राज्यसभा के सदस्य को विपक्ष के कार्यक्रम में भाग लेने पर आरोग्य घोषित किया गया है। संजय ने इस मामले में बीजेपी सदस्य जयप्रसाद निषाद का उदहारण दिया। जो आरजेडी से मिल गए थे।
बता दें कि उनका कहना है कि हमने दोनों नेताओं की पार्टी विरोधी गतिविधियों के बारे में दस्तावेज और कई सबूत दिए हैं। उन्होंने पार्टी नेतृत्व के निर्देशों का उल्लंघन किया और चुनाव आयोग जाकर पार्टी का चुनाव चिन्ह मांगना भी एक पार्टी विरोधी गतिविधि है। शरद को पहले उच्च सदन में पार्टी नेता के पद से हटाया गया था। उन्होंने लालू प्रसाद नीत आरजेडी की पटना रैली में भाग लिया। उन्होंने बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश पर बीजेपी के साथ गठबंधन नहीं करने के पार्टी के संकल्प के खिलाफ जाने का आरोप लगाया।