किसानों का संघर्ष लगातार जारी है. आज किसानों के आंदोलन को छठा दिन लग गया है. किसान पिछले 6 दिनों से अपनी मांगों को लेकर सिंघु बॉर्डर पर डटे हुए हैं. किसान सड़कों पर अपनी लड़ाई लड़ रहे हैं.
आज राजनाथ सिंह करेंगे किसानों से बातचीत
कृषि कानूनों के खिलाफ सड़कों पर उतरे किसानों से आज देश के रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह बात करेंगे. पहले सरकार और किसानों के बीच में ये बातचीत 3 दिसंबर को होनी थी, लेकिन जिस तरह से दिन-ब-दिन ठंड बढ़ती जा रही है और दूसरी तरफ कोरोना का संक्रमण भी तेजी से फैल रहा है. इन्हीं दोनों चीजों को देखते हुए सरकार आज किसानों से बातचीत करेंगी और इस बातचीत के दौरान हल निकालने की कोशिश करेगी. किसानों को भी उम्मीद है कि राजनाथ सिंह उनके हक की बात करेंगे.
क्या कह रहे हैं किसान?
किसान लगातार अपनी विभिन्न मांगों को लेकर अड़े हुए हैं. उनका कहना है कि वो पूर्ण रूप से तीनों कृषि कानूनों का विरोध करते हैं. एमएसपी और मंडी मुद्दे पर उन्हें सरकार ने लिखित में गारंटी पत्र चाहिए. क्योंकि उनका मानना है कि जैसे ही कृषि कानून लागू होगा न्यूनतम समर्थन मूल्य खत्म हो जाएगा. लेकिन वहीं सरकार का कहना है कि कृषि कानूनों के आने के मंडी व्यवस्था और MSP के साथ कोई छेड़छाड़ नहीं होगी. इसलिये किसान मांग कर रहा है कि सरकार लिखित में दे कि MSP ज्यों की त्यों बनी रहेगी.
आपको ये भी बता दें कि किसानों से आज राजनाथ सिंह दोपहर करीब 3 बजे बातचीत करेंगे. सरकार के इस प्रतिनिधिमंड की अगुवाई राजनाथ सिंह करेंगे और उनके साथ होंगे कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर. साथ ही कृषि मंत्रालय के कुछ अधिकारी भी उनके साथ मौजूद रहेंगे.
सरकार से बातचीत के लिये तैयार हुए किसान
किसान संगठनों से ये फैसला लिया है कि वो आज होने वाली बैठक में शामिल होंगे. सुबह सिंघु बॉर्डर पर 32 किसान संगठनों ने बैठक की और ये फैसला लिया. बता दें ये बैठक तीन घंटे चली.