जम्मू-कश्मीर के दो दिनों के दौरे पर गए गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने गुरुवार को श्रीनगर में मीडिया कर्मियों से कहा, ‘मैं दोहराना चाहूंगा कि चाहे राह में कितनी भी बाधाएं क्यों न आएं, हम कश्मीर में स्थायी शांति लाने के अपने लक्ष्य से नहीं भटकेंगे।’ उन्होंने कहा कि मुझे यह कहने में कोई हिचक नहीं है कि सेना और पुलिस समेत हमारी सुरक्षा एजेंसियों ने अत्यधिक संयम से काम किया है।
उन्होंने कहा कि अलगाववादी किसी भी तरह की राजनीति कर सकते हैं, लेकिन उन्हें बच्चों के भविष्य के साथ खिलवाड़ नहीं करना चाहिए। ये केवल कश्मीर के बच्चे नहीं हैं बल्कि भारत के बच्चे हैं और देश के लिए धरोहर हैं। इसे ध्यान में रखते हुए हमने पहली बार पत्थरबाजी में शामिल होने वाले युवाओं पर दायर मामले वापस ले लिए।
अलगाववादियों पर सवाल उठाते हुए राजनाथ सिंह ने कहा, ‘अपने बच्चों को बेहतरीन शिक्षा दिलाना और दूसरों के बच्चों के हाथों में पत्थर थमाना? ये क्या है? मैंने हमेशा महसूस किया है कि यहां के युवाओं में बहुत प्रतिभा है, आईएएस, आईआईएम आदि के नतीजे इसका सबूत हैं। यहां कुछ निश्चित ताकतों द्वारा युवाओं को बरगलाया जा रहा है। हम सभी से वार्ता के लिए तैया हैं. जरूरी नहीं कि आप समान सोच वाले हों लेकिन आप सही सोच वाले जरूर हों।
गृहमंत्री ने शेर-ए-कश्मीर इनडोर स्टेडियम में भी 6,000 से अधिक युवाओं को संबोधित करते हुए कहा कि बच्चे गलतियां कर सकते हैं। यही कारण है कि हमने उन बच्चों के खिलाफ मुकदमा वापस लेने का फैसला किया है, जिन्हें पत्थरबाजी के लिए गुमराह किया गया था। राजनाथ ने कहा कि केंद्र सरकार जम्मू-कश्मीर के युवाओं के भविष्य को लेकर चिंतित है। उन्होंने कहा कि “मैं युवाओं से अपील करना चाहता हूं कि उन्हें विकास के मार्ग का पालन करना चाहिए। उन्हें विनाश के रास्ते पर नहीं जाना चाहिए। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को जम्मू-कश्मीर से बहुत प्यार है।”
राजनाथ ने कहा कि केंद्र जम्मू एवं कश्मीर के युवाओं के भविष्य को लेकर चिंतित है। उन्होंने खेल के बुनियादी ढांचे में सुधार के लिए राज्य सरकार की सराहना की और आश्वासन दिया कि राज्य में खेल को बढ़ावा देने में धन की समस्या नहीं आने दी जाएगी।
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि कश्मीर में यह नजारा मैंने पहली बार देखा है। इन बच्चों के उमंग और उत्साह को देखने का बाद मैं यह कह सकता हूं कि यह सभी जम्मू-कश्मीर के नौजवान सिर्फ घाटी की नहीं, बल्कि हिंदुस्तान की तकदीर को बदल सकते हैं, पूरे मुल्क को बना सकते हैं। उन्होंने खिलाड़ियों से कहा कि आप पर सिर्फ जम्मू-कश्मीर को नाज नहीं है, बल्कि पूरे देश को नाज है. यहां प्रतिभा की कमी नहीं है। जम्मू-कश्मीर सरकार की मदद से और केंद्र सरकार की मदद से हम जम्मू-कश्मीर की तकदीर और तस्वीर बदल कर रहेंगे।
राजनाथ सिंह ने कहा कि हम और हमारी सरकार चाहती है कि यहां के युवाओं को रोजगार मिले, इसके लिए सरकार कई सारी योजनाएं चला रही है। उन्होंने कहा कि कश्मीर के युवा भारत को बदल सकते हैं। साथ ही उन्होंने कहा कि नाबालिग पत्थरबाजों पर से केस वापस ले लिया जाएगा।
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि राज्य के विकास के लिए जो भी जरूरत हों, केंद्र सरकार उसे पूरी करेगी। जम्मू-कश्मीर के विकास के लिए जो भी जरूरत होगी, उसे पूरा किया जाएगा। आज लोगों की जिंदगी और तकदीर सुधारने की जिम्मेदारी हमलोगों के ऊपर है। उन्होंने कहा कि पीएम मोदी भी इस राज्य से काफी मुहब्बत करते हैं।