रायपुर। नक्सली हमले में शहीद हुए जवानों को श्रद्धांजलि देने के लिए केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह सुकमा पहुंचे। राजनाथ ने अलावा छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री रमन सिंह और राज्य गृहमंत्री हंसराज अहीर ने भी जवानों को नम आंखों से नमन किया। इसके साथ ही वहां पर भाजपा के अन्य नेताओं ने भी अंतिम विदाई के समारोह में हिस्सा लिया।
नक्सली अटैक के बाद राजनाथ का ये दौरा काफी अहम है। श्रद्धांजलि देने के बाद राजनाथ ने सीएम रमन सिंह के साथ एक हाईलेवल बैठक बुलाई जिसमें पुलिस के कई अधिकारी शामिल थे। इस बैठक में इस तरह की घटनाओं को रोकने के लिए रोडमैप तैयार किए जाने पर चर्चा की गई। इस नक्सली हमले में सीआरपीएफ के 25 जवान शहीद हो गए थे जिन पर करीबन 300 नक्सलियों ने घात लगाकर हमला बोल दिया था। वहीं सूत्रों की मानें तो इस नक्सली हमले में कई महिलाएं भी शामिल थी।
इस नक्सली हमले ही जहां देशभर में आलोचना की जा रही है तो वहीं शहीदों के परिवार में मातम का माहौल है। इस हमले में किसी ने अपना बेटा खोया , किसी ने पति , किसी ने भाई तो किसी ने पिता। लिहाजा भले ही शक्ल अलग-अलग ही क्यों ना हो लेकिन उन सबका दर्द एक ही है…और वो है अपनो को खोने का दर्द।
यहां हुआ था हमला:-
जिस नक्सली हमले में देश के 26 वीर सपूत शहीद हो गए वो चिंतागुफा के पास बुर्कापाल में सोमवार को करीब डेढ़ बजे के आसपास हुआ था। हमला सीआरपीएफ की 74वीं बटालियन पर हुआ था जो रोड ओपनिंग के लिए निकली थी। बताया जा रहा है कि IED ब्लास्ट के जरिए जवानों को निशाना बनाया गया।
नक्सलियों का गढ़ है सुकमा:-
बता दें कि सुकमा नक्सलियों का गढ़ माना जाता है और इससे पहले भी इलाके में सीआरपीएफ जवानों पर हमले हो चुके हैं। इसी साल 11 मार्च को नक्सलियों ने घात लगाकर सुरक्षा बलों पर हमला किया था जिसमें सेना के 12 जवान शहीद हो गए थे।
(शिप्रा सक्सेना)