केंद्रीय गृहमंत्री और लखनऊ सांसद राजनाथ सिंह ने लखनऊ में KGMU ट्रॉमा सेंटर में हुए अग्निकांड हादसे में पीड़ित परिवारों के प्रति संवेदना और घायलों के जल्द स्वस्थ होने की कामना की है। राजनाथ ने शनिवार देर रात ट्विटर पर कहा, ‘मैं लखनऊ में KGMU ट्रॉमा सेंटर में हुए अग्निकांड के चलते घायल हुए सभी लोगों के जल्द स्वस्थ होने की कामना करता हूं’ एक अन्य ट्वीट में राजनाथ सिंह ने कहा, ‘लखनऊ में KGMU ट्रॉमा सेंटर में आग की घटना के बारे में उपकुलपति डा. भट्ट से जानकारी ली, प्रदेश सरकार द्वारा सभी उपाय किए जा रहे हैं’
घटना को संज्ञान में लेते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने लखनऊ के मंडलायुक्त को जांच के आदेश दिए हैं। सीएम योगी ने उन से 3 दिन में रिपोर्ट मांगी गई है। हालांकि KGMU के मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डॉक्टर एस. एन शंखवार का कहना है कि आग की वजह या उससे पैदा हुई हालात से किसी की मौत नहीं हुई है। यह मौतें आग लगने के बाद रेस्क्यू के दौरान हुई हैं। दूसरी ओर मृतकों के परिजन इन मौतों के लिए मेडिकल कॉलेज को ही जिम्मेदार ठहरा रहे हैं।
मामले की गंभीरता को देखते हुए सीएम योगी ने इस घटना पर खुद संज्ञान लेते हुए घटनास्थल का जायजा लेने का फैसला किया है। सीएम योगी ने मामले की गंभीरता को देखते हुए खुद घटनास्थल का जायजा लिया है। सूत्रों के मुताबिक जानकारी है कि दूसरे अस्पताल में मरीजों को ले जाते वक्त 5 लोगों की मौत हो गई। भीषण आग लगने के कारण ट्रॉमा सेंटर को काफी ज्यादा नुकसान पहुंचा है। जानकारी है कि आग लगने के बाद ट्रॉमा सेंटर में आग बुझाने के यंत्र काम नहीं कर रहे थे जिस कारण आग बुझाने में काफी दिक्कत हुई। आग लगने के बाद जब दमकल विभाग को इस बात की जानकारी दी गई तो दमकल विभाग के कर्मचारी घटनास्थल पर देर से आए।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने लखनऊ मंडल आयुक्त से इस बारे में रिपोर्ट मांगी है। उनका कहना है कि आग लगने में अगर किसी का भी हाथ पाया गया तो उसे माफ नहीं किया जाएगा और उसके खिलाफ सख्त एक्शन लिया जाएगा। योगी आदित्यनाथ ने इस बारे में तीन दिन के अंदर रिपोर्ट देने के लिए कहा है। अस्पताल में मौजूद लोगों का कहना है कि आग लगने के बाद वहां आग बुझाने वाला कोई भी यंत्र काम नहीं कर रहा था। जिस कारण आग बुझाने में काफी दिक्कत हुई।