नई दिल्ली। केंद्र सरकार ने शीर्ष स्तर पर नौकरशाही में बड़े पैमाने पर फेरबदल किया है। भारत नए केग को रूप में राजीव महर्षि को नियुक्त किया गया है। इस पद पर वो शशिकांत शर्मा की जगह लेंगे। राजीव को वर्तमान सरकार के सबसे भरोसेमंद अधिकारियों में से एक माना जाता है। और वे 1978 बैच के राजस्थान कैडर के आईएएस अधिकारी हैं। रंजन कुमार घोष को महालेखा परीक्षक का उप-नियंत्रक नियुक्त किया गया है। इससे पहले महर्षि को जम्मू-कश्मीर का राज्यपाल बनाए जाने की चर्चा जोरों पर थी।
बता दें कि कैग का कार्यकाल छह वर्ष या 65 वर्ष के होने तक (जो भी पहले हो) होता है। संवैधानिक पदाधिकारी कैग की मुख्य जिम्मेदारी केंद्र सरकार और राज्य सरकारों के खातों का ऑडिट करने की होती है और कैग की रिपोर्टों को संसद एवं राज्यों के विधानमंडलों के समक्ष रखा जाता है। वहीं वरिष्ठ आईएएस अधिकारी राजीव गौबा ने केंद्रीय गृह सचिव के रूप में कार्यभार संभाला। गौबा का दो साल का निश्चित कार्यकाल होगा। 1982 बैच के झारखंड कैडर के 58 वर्षीय गौबा को करीब दो महीने पहले गृह सचिव नियुक्त किया गया था।