नई दिल्ली: यूपी सरकार के मंत्री ओमप्रकाश राजभर ने बुलंदशहर में हुई हिंसा को लेकर हिंदूवादी संगठनों पर निशाना साधा है, जबकि उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने कहा कि इस मामले में किसी संगठन को दोषी ठहराना अभी जल्दबाजी है।
राजभर ने हिंदू संगठनों पर लगाया आरोप
राजभर ने कहा कि बुलंदशहर में हिंसा विश्व हिंदू परिषद, बजरंग दल और राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के लोगों की साजिश है। यहां तक कि पुलिस ने भी कई भाजपा नेताओं के नाम लिए हैं। उन्होंने कहा कि आखिर मुस्लिम इज्तिमा के दिन ही क्यों यह घटना हुई? ये हिंदू संगठनों की अशांति फैलाने की साजिश है।
हिंदू संगठन का नाम लेना अभी होगी जल्दबाजी
वहीं, एक टीवी चैनल से बातचीत में उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने कहा, कि मामले में किसी हिंदू संगठन का नाम लेना अभी जल्दबाजी होगी। मामले की जांच की जा रही है। जांच रिपोर्ट आने तक किसी परिणाम तक पहुंचना सही नहीं है।
उन्होंने भरोसा दिलाया कि इस मामले में जो भी दोषी होंगे उन पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी। मालूम हो कि बुलंदशहर की स्याना तहसील में सोमवार की सुबह गोवंश हत्या के खिलाफ प्रदर्शन कर रही भीड़ की पुलिस से हिंसक भिड़ंत हो गई थी। इसमें इंस्पेक्टर सुबोध कुमार और एक युवक सुमित की मौत हो गई थी। मामले की जांच के लिए एसआईटी का गठन किया जा चुका है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने दो दिन में रिपोर्ट मांगी है।
वहीं इंस्पेक्टर सुबोध कुमार की बहन ने यूपी पुलिस पर कई गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि कि अखलाक मामले की जांच करने के चलते उनके भाई को मारा गया है. ये पूरी साजिश है. उन्होंने सवाल उठाए कि मेरा भाई पुलिस जीप में अकेला क्यों था. उन्होंने पूछा कि उस समय साथ में मौजूद दरोगा और ड्राइवर कहां चले गए थे. उन्होंने आरोप लगाया कि मेरे भाई की हत्या में पुलिस भी मिली हुई थी. उन्होंने आरोप लगाया कि मेरे भाई को पुलिस ने मिलकर मरवाया है.