जयपुर। उत्तर प्रदेश पुलिस के एंटी- रोमियो दस्ते की तर्ज पर अब राजधानी जयपुर में भी महिला पुलिस गश्ती दल बनाए गए हैं। यह अपनी तरह का पहला पुलिस दस्ता होगा। पुलिस आयुक्त संजय अग्रवाल ने सोमवार को महिला गश्ती दल यूनिट को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया।
महिला पुलिसकर्मी दिन के अलग-अलग समय के अनुसार विभिन्न स्थानों पर तैनात की जाएंगी। मसलन, सुबह के वक्त वो पार्कों के बाहर, दोपहर में स्कूलों के बाहर और शाम को मॉल और बाजारों के आसपास तैनात की जाएंगी जहां महिलाएं बड़ी संख्या में आती-जाती हैं। इसका मकसद महिलाओं बच्चों के साथ होने वाली अवांछित घटनाओं पर रोक लगाना है।
पुलिस आयुक्त अग्रवाल ने बताया कि महिलाएं अपनी समस्याओं एवं अपराधियों के बारे में बिना संकोच के अपने मन की बात इन महिला पुलिस कर्मियों को बता सकेंगी और किसी प्रकार की झिझक भी महसूस नहीं करेंगी। उन्होंने कहा कि जयपुर आयुक्तालय की यह एक पहल है इससे सुधार के लिए सुझावों के अनुसार बदलाव भी किया जाएगा। उन्होंने हीरो मोटर कार्प कम्पनी के अधिकारियों का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि कंपनी ने अपने सामाजिक दायित्वों का निर्वहन करते हुए 110 सीसी की स्कूटी पुलिस कमिश्नरेट को उपलब्ध करवाई है। इसके साथ ही 52 महिला पुलिसकर्मियों की 26 टीमें बनाई गई है।
इन सभी महिला पुलिसकर्मियों को विधिवत रूप से प्रशिक्षित किया गया है। प्रत्येक टीम के पास वायरलेस सिस्टम उपलब्ध रहेगा तथा प्रत्येक स्कूटी में पब्लिक एड्रेस सिस्टम, सायरन व फ्लैस लाइट्स लगाई गई है। सभी महिला पुलिसकर्मियों को एक-एक फाइबर कैन, पेन, डायरी व टॉर्च दी गई है। प्रत्येक स्कूटी में फर्स्ट हैंड किट भी उपलब्ध है। समस्या आने पर यह टीमें तत्काल कंट्रोल रूम को सूचित करेंगी। कंट्रोल रूम संबंधित चेतक व थाने को कार्रवाई के लिए निर्देशित करेगा। इन टीमों की नोडल अधिकारी अतिरिक्त पुलिस उपायुक्त कंट्रोल रूम कमल शेखावत को बनाया गया है।