राजस्थान के कोटा में बन रहे एतिहासिक चंबल रिवरफ्रंट पर अब एक ओर विश्व कीर्तिमान बनने जा रहा है। रिवर फ्रंट के नजदीक ही विश्व की सबसे बड़ी घंटी का निर्माण किया जा रहा है। दावा ये भी किया जा रहा है कि घंटी के बनने पर 3 गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड बनेगा।
चम्बल रिवर फ्रंट पर हो रहा है विश्व की सबसे बड़ी घंटी का निर्माण
राजस्थान के कोटा में बन रहे एतिहासिक चंबल रिवरफ्रंट पर अब एक ओर विश्व कीर्तिमान बनने जा रहा है। रिवर फ्रंट के नजदीक ही विश्व की सबसे बड़ी घंटी का निर्माण किया जा रहा है। दावा ये भी किया जा रहा है कि घंटी के बनने पर 3 गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड बनेगा। दुनिया में अब तक सबसे बड़ी घंटी 8.2165 मीटर की है जो चीन में है। वहीं दूसरी सबसे बड़ी घंटी 8 गुणा 6.6 मीटर की मास्को में है। ये दोनों घंटियां अलग-अलग टुकड़ों में बनी है। जिनको बाद में जोड़ा गया। ऐसे में अब कोटा शहर में विश्व की सबसे बड़ी घंटी का निर्माण करने का दावा किया जा रहा है।
इस घंटी का वजन 57 हजार किलो रहेगा
इस घंटी के मॉडल प्रतिरूप को बनाने वाले विश्व विख्यात कालाकार हरीराम कुम्भावत ने बताया की कोटा में चम्बल रिवरफ्रंट पर बनने वाली यह घंटी 8.5 गुणा 9.25 मीटर की होगी। इसकी सबसे बड़ी खासियत यह रहेगी कि यह दुनिया की एकमात्र और सबसे बड़ी सिंगल पीस कास्टिंग होगी। इस घंटी का वजन 57 हजार किलो रहेगा। इस घंटी का केमिकल कंपोजिशन इस प्रकार से सेट किया गया है कि ये गोल्डन लुक का अहसास कराएगी।
8 किलोमीटर तक सुनाई देगी आवाज
इस घंटी का रंग 15 सालों तक जस का तस बना रहेगा। रात के समय घंटी को बजाने पर इसकी ध्वनि तरंगे 7 से 8 किलोमीटर तक सुनाई देगी। यह घंटी जमीनी सतह से 70 फीट ऊंचे स्टैंड पर लटकाई जाएगी। इस घंटी का निर्माण लगभग 150 दिनों में पूरा कर दिया जाएगा। हरीराम कुम्भावत ने कोटा में साल 2013 में घटोत्कच्छ सर्किल का निर्माण किया था।