राजस्थान की गहलोत सरकार के विधायक अब अपनी ही सरकार पर भ्रष्टाचारी के आरोप लगाने लगे हैं। कोटा जिले के सांगोद से कांग्रेस विधायक भरत सिंह ने गहलोत सरकार में मंत्री प्रमोद जैन भाया पर भ्रष्टाचारी का आरोप लगाया है। कांग्रेस के विधायक अपनी ही सरकार के खिलाफ मोर्चा खोलकर बैठ गए हैं।
कांग्रेस विधायक ने गहलोत सरकार पर लगाए भ्रष्टाचारी के आरोप
राजस्थान की गहलोत सरकार के विधायक अब अपनी ही सरकार पर भ्रष्टाचारी के आरोप लगाने लगे हैं। कोटा जिले के सांगोद से कांग्रेस विधायक भरत सिंह ने गहलोत सरकार में मंत्री प्रमोद जैन भाया पर भ्रष्टाचारी का आरोप लगाया है। कांग्रेस के विधायक अपनी ही सरकार के खिलाफ मोर्चा खोलकर बैठ गए हैं। गहलोत सरकार में मंत्री पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाते हुए सांगोद से कांग्रेस के विधायक भरत सिंह ने धरना प्रदर्शन शुरू कर दिया है। बुधवार को भरत सिंह लोगों के साथ कलेक्ट्रेट पहुंचे और यहां खान की झोपड़ियां गांव को कोटा जिले में शामिल करने की मांग करने लगे।
मंत्री प्रमोद जैन भाया के खिलाफ जमकर नारेबाजी
धरने के दौरान विधायक के समर्थकों ने गहलोत सरकार में मंत्री प्रमोद जैन भाया के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। धरना स्थल पर ही मंत्री के नाम का पोस्टर लगाया गया। जिसमें मंत्री की तुलना रावण से की गई और भ्रष्टाचार की बातें भी लिखी गई। इस दौरान कांग्रेस विधायक ने कहा कि सरकार की सुनने क्षमता कम हो गई है इसलिए मुझे जोर से बोलना पड़ रहा है ताकि मेरी आवाज सरकार के कानों तक पहुंच सके। विधानसभा सत्र चल रहा है लेकिन मैं यहां पर मौजूद हूं और यहीं से अपनी आवाज विधानसभा तक पहुंचाऊंगा।
खान की झोपड़ियां गांव को कोटा में शिफ्ट करने की मांग
दरअसल खान की झोपड़ियां गांव अभी बारां जिले में है। ऐसे में विधायक और उनके समर्थक ये मांग कर रहे हैं कि इस गांव को कोटा में शामिल किया जाए। विधायक भरत सिंह ने बताया कि इसको लकेर कलेक्टर और संभागीय आयुक्त ने सरकार को रिपोर्ट भी भेज दी थी। लेकिन बारां जिले के तीन कांग्रेस विधायकों ने सरकार को ये लिखकर दिया कि इस गांव को बारां जिले में ही रहने दिया जाए। बहरहाल. गहलोत सरकार के विधायक ने ही उनपर भ्रष्टाचारी के आरोप लगा दिए हैं। ऐसे में सरकार की किरकिरा होना तो तय है। साथ ही विपक्ष भी इस मुद्दे को भुनाने और उछालने की पूरी कोशिश करेगा। अब देखना ये होगा कि खान की झोपड़ियां गांव को लेकर धरना प्रदर्शन का सिलसिला कब तक खत्म होता है।