रीट के पेपर लीक मामले में पुलिस ने पांच और आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है, बता दें कि इन आपरोपियों को पुलिस ने आगरा से पकड़ा है।
अब तक 19 लोग गिरफ्तारी
बता दें कि मास्टरमाइंड पृथ्वीराज जूनियर इंजीनियर है। पृथ्वीराज ने 40 लाख में रीट का पेपर खरीदकर दूसरे आरोपी बत्तीलाल को 5 से 10 लाख में बेच दिया, इस मामले में अब तक 19 लोगों की गिरफ्तारी की जा चुकी है।
वहीं जांच में सामने आया है कि बत्तीलाल ने पेपर का छात्रों से 12-12 लाख में सौदा किया था, इसके अलावा सवाईमाधोपुर पुलिस की मदद से गैंग में शामिल तीन और आरोपियों को आगरा से पकड़ा गया है। इनमें पृथ्वीराज मीणा, रवि पागड़ी और रवि मीणा उर्फ रवि जीनापुर शामिल हैं।
सरगना पृथ्वीराज मीणा
जांच में यह सामने आया कि रीट परीक्षा के पेपर लीक करने का आइडिया असली मास्टरमाइंड पृथ्वीराज मीणा का था। वो सवाईमाधोपुर का रहने वाला है और नरेगा में जूनियर इंजीनियर है। इससे पहले उसकी पोस्टिंग उनियारा में अलीगढ़ पंचायत समिति में थी, लेकिन फिर उसका सवाईमाधोपुर में ट्रांसफर हो गया। तकरीबन 10 साल तक पृथ्वीराज मीणा ने पश्चिमी राजस्थान के एक जिले में नौकरी की थी। इस बीच वो पेपर लीक कराने वाले गैंग के साथ मिल गया।
स्कूल में सॉल्व करवाया गया पेपर
दूसरा आरोपी रवि मीणा जीनापुर एक स्कूल चलाता है, इतना ही नहीं वो साल 2011-12 में सवाईमाधोपुर में राजकीय कॉलेज में छात्रसंघ अध्यक्ष भी रह चुका है। प्रारंभिक पड़ताल में सामने आया है कि रवि के स्कूल में परीक्षा के दिन सेंटर नहीं आया था, लेकिन पृथ्वीराज और बत्तीलाल की मदद से रवि मीणा के स्कूल में रीट परीक्षा शुरू होने से पहले ही पेपर को सॉल्व किया गया।
बिजली विभाग में काम करता है तीसरा आरोपी
वहीं आगरा से पकड़ा गया तीसरा आरोपी रवि पागड़ी भी सवाईमाधोपुर में ही बिजली विभाग में हेल्पर के तौर पर काम करता है। पुलिस ने बताया कि आरोपी रवि, गैंग का मेन सरगना पृथ्वीराज मीणा और रवि मीणा उर्फ रवि जीनापुर के साथ मिलकर परीक्षा से पहले लोगों की तलाश करता है। फिर उनसे मोटी रकम लेकर पेपर देता है और पेपर सॉल्व करवाने में उनकी सहायता करता है।