अजमेर। राजस्थान की पुलिस ने एक धोखेबाज शख्स को गिरफ्तार किया है, जोकि साल 2010 से राजस्थान सरकार को धोखा दे रहा था। दरअसल ये शख्स साल 2010 से राजस्थान के अजमेर में भारतीय बनकर रह रहा था, लेकिन इसके पास भारत की नागरिकता नहीं थी। जांच में सामने आया है कि वो फर्जी दस्तावेजों के आधार पर पिछले सात साल से यहां रह रहा था।
अजमेर के दरगाह थाना पुलिस ने म्यांमार के रहने वाले अमानुल्लाह को गिरफ्तार किया है। पुलिस के अनुसार अजमेर के सिलावट मोहल्ले में आरोपित पूरे परिवार के साथ बसा हुआ था। आज घरेलू कलह की वजह से जब पुलिस उसके घर तक पहुंची तो मामले का पर्दाफाश हुआ। बताया जा रहा है कि अमानुल्लाह ने शादी भी यहीं की। जबकि जांच में सामने आया है कि वो यहां म्यांमार का शरणार्थी था, ना कि स्थाई नागरिक।
इस मामले के सामने आने के बाद अब पुलिस जांच में जुटी है कि आखिर उसने किसके सहयोग से भारत की नागरिकता संबंधी फर्जी दस्तावेज तैयार करवाए और इसके पीछे उसका क्या मकसद रहा। पुलिस इस दृष्टि से भी मामले को जांच रही है कि ये कहीं रोहिंग्या तो नहीं।गौरतलब है कि राजस्थान के जयपुर और अजमेर शहर में भी सैकड़ों की संख्या में रोहिंग्या मुसलमान रह रहे हैं। जानकारी के अनुसार जयपुर शहर के चार पुलिस स्टेशन क्षेत्रों में इनकी संख्या सबसे अधिक है।