मुंबई। राजस्थान के गृहमंत्री गुलाब चंद कटारिया ने निर्माता-निर्देशक संजय लीला भंसाली की 1 दिसंबर को रिलीज होने जा रही फिल्म पद्मावती को लेकर एक महत्वपूर्ण बयान दिया है। कटारिया का कहना है कि पद्मावती के रिलीज में किसी तरह की बाधा नहीं आने दी जाएगी और हिंसा करने वाले तत्वों के खिलाफ पुलिस को कड़े कदम उठाने के निर्देश जारी किए गए हैं। उन्होंने साथ ही ये मांग भी की है कि रिलीज होने से पहले उन सभी हिस्सों को फिल्म से अलग कर देना चाहिए, जिनसे राजपूती समाज में नाराजगी और गुस्सा है।
बता दें कि कटारिया ने कहा कि राज्य सरकार इस फिल्म को लेकर राजस्थान के किसी भी हिस्से में किसी व्यक्ति या संगठन को कानून व्यवस्था को हाथ में लेने की इजाजत नहीं होगी, लेकिन साथ ही अभिव्यक्ती की आजादी के नाम पर महारानी पद्मावती के सम्मान के साथ खिलवाड़ करने की भी अनुमति नहीं देगी। उन्होंने इस बात से इंकार किया कि फिल्म को कहीं भी बैन किया जाएगा। उनका कहना था कि हर नागरिक को अदालत में जाने का अधिकार है।
वहीं फिल्म को बैन सरकार नहीं करेगी, लेकिन अगर कोई अदालत ऐसा कोई फैसला करती है, तो फिर सरकार इसके अनुरुप कदम उठाएगी। केंद्रीय सूचना मंत्री स्मृति ईरानी कह चुकी हैं कि देश के किसी भी कोने में फिल्म की रिलीज पर संकट नहीं आने दिया जाएगा और सभी राज्यों को इस बारे में समुचित कदम उठाने के लिए कहा गया है। दूसरी ओर, देश के कई हिस्सों में फिल्म को लेकर राजपूती संगठनों का विरोध प्रदर्शन जारी है। कहा जा रहा है कि सेंसर बोर्ड से पास होने के बाद ही इस फिल्म के खिलाफ विरोधी संगठन अदालत जाने की कोशिश करेंगे।